पाकिस्तान के नये विदेश मंत्री शाह महमूद का दावा मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता के लिए भेजा पत्र, इनकार

इस्लामाबाद/नयी दिल्ली : पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे के साथ ही भारत के साथ बातचीत का राग अलाापा है. शाह महमूद कुरैशी नये बने प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के प्रभावशाली मंत्री हैं और उनकी पार्टी के तहरीक ए इंसाफ के उपाध्यक्ष भी हैं. कुरैशी ने विदेश मंत्री के रूप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2018 12:45 PM

इस्लामाबाद/नयी दिल्ली : पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे के साथ ही भारत के साथ बातचीत का राग अलाापा है. शाह महमूद कुरैशी नये बने प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के प्रभावशाली मंत्री हैं और उनकी पार्टी के तहरीक ए इंसाफ के उपाध्यक्ष भी हैं. कुरैशी ने विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद आज अपने पहले प्रेस कान्फ्रेंस में दावा किया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को पत्र भेजा है और बातचीत की पेशकश की है. वहीं, भारत के विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कुरैशी के इन दावों को खारिज किया है. भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि पाकिस्तान के नये चुने गये प्रधानमंत्री इमरान खान को बधाई पत्र लिखा है, न कि वार्ता के लिए. कुरैशी 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के दौरान भी पाकिस्तान के विदेश मंत्री थे.

कुरैशी ने आज कहा कश्मीर हकीकत है, यह हम दो देशों के बीच मसला है और हम इससे मुंह नहीं मोड़ सकते हैं. उन्होंने भारत-पाक शांति प्रक्रिया के लिए अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि वे दिवंगत वाजपेयी जी लाहौर आये थे, बात की, हमें भी बातचीत की जरूरत है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देश हमसाये हैं, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि दोनों परमाणु ताकत भी हैं. उन्होंने कहा कि हम रूठ कर एक-दूसरे से मुंह नहीं मोड़ सकते हैं. हमारे पास बातचीत के अलावा कोई राह नहीं है.

उन्होंने कहा कि हम दोनों पड़ोसी हैं और हमारे मुद्दे लंबे समय से हैं, हम दोनों इसे जानते हैं और हम बातचीत से मुंह नहीं फेर सकते हैं.