नहीं रहे संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव और शांति के दूत कोफी अन्नान

अका : संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव और शांति के दूत कोफी अन्नान का शनिवार को निधन हो गया. समाचार एजेंसी एएनआई ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से दी गयी जानकारी के आधार पर ट्वीट किया कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव 80 वर्षीय कोफी अन्नान का निधन हो गया. कोफी अन्नान बुतरस घाली के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2018 3:52 PM

अका : संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव और शांति के दूत कोफी अन्नान का शनिवार को निधन हो गया. समाचार एजेंसी एएनआई ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से दी गयी जानकारी के आधार पर ट्वीट किया कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव 80 वर्षीय कोफी अन्नान का निधन हो गया. कोफी अन्नान बुतरस घाली के बाद संयुक्त राष्ट्र के सातवें महासचिव के रूप में अपना योगदान दिया था. अन्नान का जन्म 8 अप्रैल, 1938 को घाना के कुमसी नामक स्थान में हुआ था.

कोफी अन्नान 1962 से 1974 तक और 1974 से 2006 तक संयुक्त राष्ट्र में कार्यरत रहे. वे 1 जनवरी, 1997 से 31 दिसंबर 2006 तक दो कार्यकालों के लिए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव रहे. उन्हें संयुक्त राष्ट्र के साथ 2001 में नोबेल शांति पुरस्कार से सह-पुरस्कृत किया गया. 1954 से 1957 तक कोफी अन्नान ने मफिन्तिस्म स्कूल में शिक्षा ली. अन्नान 1957 में फोर्ड फाउंडेशन की दी छात्रावृत्ति पर अमेरिका गये. वहां 1958 से 1961 तक उन्होंने मिनेसोटा राज्य के संत पॉल शहर में मैकैलेस्टर कॉलेज में अर्थशास्त्र की पढ़ाई की और 1961 में उन्हें स्नातक की डिग्री हासिल की.

वर्ष 1961 में अन्नान ने अंतरराष्ट्रीय संबंध में जिनेवा के ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से डीईए की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने 1971 से जून 1972 में अल्फ्रेड स्लोअन फैलो के तौर पर एमआईटी से मैनेजमेंट में एमएस की डिग्री प्राप्त की. अन्नान अंग्रेजी, फ्रेंच, क्रू, अकान की अन्य बोलियों और अन्य अफ्रीकी भाषाओं के जानकार थे.

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वर्ष 1962 में कोफी अन्नान ने संयुक्त राष्ट्र की संस्था विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए एक बजट अधिकारी के रूप में काम शुरू कर दिया. वे विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ 1965 तक रहे. वर्ष 1965 से 1972 तक उन्होंने इथियोपिया की राजधानी अद्दीस अबाबा में संयुक्त राष्ट्र की इकॉनोमिक कमिशन फॉर अफ्रीका के लिए काम किया.

इसके बाद अन्नान अगस्त 1972 से मई 1974 तक जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के लिये प्रशासनिक प्रबंधन अधिकारी के तौर पर रहे. 1973 की अरब-इजराइली जंग के बाद मई 1974 से नवंबर 1974 तक वो मिस्र में शांति अभियान में संयुक्त राष्ट्र द्वारा कार्यरत असैनिक कर्मचारियों के मुख्य अधिकारी (चीफ़ पर्सोनेल ऑफिसर) के पद पर कार्यरत रहे. उसके बाद उन्होंने संयुक्त राष्ट्र छोड़ दिया और घाना लौट गये. वे वर्ष 1974 से 1976 तक वह घाना में पर्यटन के निदेशक के रूप में रहे.

वर्ष 1976 में वे संयुक्त राष्ट्र में कार्य करने के लिए जिनेवा लौट गये. वर्ष 1980 में वे संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी उच्चायोग के उप-निदेशक नियुक्त हुए. 1984 में वह संयुक्त राष्ट्र के बजट विभाग के अध्यक्ष के रूप में न्यूयॉर्क वापिस आये. 1987 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र के मानव संसाधन विभाग और 1990 में बजट एवं योजना विभाग का सहायक महासचिव नियुक्त किया गया. मार्च 1992 से फ़रवरी 1993 तक वे शांति अभियानों के सहायक महासचिव रहे.

मार्च, 1993 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र का अवर महासचिव नियुक्त किया गया और वे दिसंबर 1996 तक इस पद पर कार्यरत रहे. अन्नान 1 जनवरी, 1997 से 31 दिसंबर 2006 तक संयुक्त राष्ट्र के महासचिव रहे. 2001 में उन्हें और संयुक्त राष्ट्र को नोबेल शांति पुरस्कार से सह-पुरस्कृत किया गया.