संयुक्त राष्ट्र ने पाक के 139 आतंकी को अपनी सूची में रखा, हाफिज समेत कई नाम शामिल

वॉशिंगटन : हाफिज सईद को आतंकी लिस्ट में शामिल करने पर पाक बौखला गया था. अब पाकिस्तान के 139 आतंकियों को सुरक्षा परिषद ने अपनी सूची में रखा है. मंगलवार को जारी की गयी नयी सूची में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद समेत अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भी नाम शामिल है. पाकिस्तानी अखबार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 4, 2018 1:02 PM

वॉशिंगटन : हाफिज सईद को आतंकी लिस्ट में शामिल करने पर पाक बौखला गया था. अब पाकिस्तान के 139 आतंकियों को सुरक्षा परिषद ने अपनी सूची में रखा है. मंगलवार को जारी की गयी नयी सूची में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद समेत अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भी नाम शामिल है.

पाकिस्तानी अखबार डॉन न्यूज ने इस सूची पर खबर करते हुए लिखा है लिस्ट में उन सभी आतंकियों का नाम है जो पाकिस्तान में रहकर बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. ऐसे कई आतंकी संगठन के सदस्यों का नाम है जो पाकिस्तान से संचालित होती है. ऐसे संगठन पाक की धरती का इस्तेमाल कर रहे हैं.
सुरक्षा परिषद ने इस सूची में पहला नाम अयमान अल-जवाहिरी का रखा है. जवाहिरी ने ओसामा की जगह ली है ओसामा की मौत के बाद अल-कायदा का पूरा काम यही देखता है. संयुक्त राष्ट्र ने उसके अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा के पास छिपे होने का दावा कई बार किया है. इस सूची में ऐसे कई नाम शामिल हैं जो पाकिस्तान में गिरफ्तार किये जा चुके हैं.
हाफिज के अलावा इस सूची में लश्कर के मीडिया प्रभारी अब्दुल सलाम और जफर इकबाल को भी आतंकी की सूची में शामिल किया गया है. इनके अलावा जिन संगठनों को आतंकी संगठन के रूप में शामिल किया गया उनमें अल रशीद ट्रस्ट, हरकतुल मुजाहिदीन, इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान, वफा मानवीय संगठन, जैश-ए-मोहम्मद, रबिता ट्रस्ट, लश्क-ए-झांगवी, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जैसे कई संगठन शामिल हैं.
मुंबई में 2008 में आतंकी हमले का साजिशकर्ता सईद का नाम संयुक्त राष्ट्र ने दिसंबर 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव 1267 के तहत आतंकी काली सूची में रखा था. मुंबई हमले में 166 लोगों की मौत हो गयी थी. मामले में किसी प्रगति के बारे में पूछे जाने पर मिर्जा ने कहा, हमने अभी याचिका दायर ही की है. मिर्जा पंजाब सरकार के अतिरिक्त एडवोकेट जनरल (1993-1996) और सरकार की भ्रष्टाचार रोधी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (2000-03) के प्रोसिक्यूटर जनरल रहे हैं. पहली बार सईद ने अपने स्थायी वकील एके डोगर की बजाय कानूनी कंपनी की सेवा ली है.

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