भारतीय सेना का ड्रोन चीन की सीमा में गया, चीन ने जताया विरोध, भारत ने तकनीकी खराबी बतायी

बीजिंगा/नयी दिल्ली : भारतीय सेना का एक मानवरहित यान (यूएवी) गुरुवारको तकनीकी खराबी की वजह से चीन की सीमा में दाखिल हो गया और फिर सिक्किम में डोकलाम के करीब दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसको लेकर बीजिंग ने भारत के समक्ष राजनयिक विरोध दर्ज कराया. दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि नाथुला में मौजूद भारतीय सुरक्षा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 7, 2017 10:36 PM

बीजिंगा/नयी दिल्ली : भारतीय सेना का एक मानवरहित यान (यूएवी) गुरुवारको तकनीकी खराबी की वजह से चीन की सीमा में दाखिल हो गया और फिर सिक्किम में डोकलाम के करीब दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसको लेकर बीजिंग ने भारत के समक्ष राजनयिक विरोध दर्ज कराया. दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि नाथुला में मौजूद भारतीय सुरक्षा बलों ने चीनी सेना को हॉटलाइन पर इस ड्रोन विमान की तकनीकी खराबी और इसके वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार कर जाने के बारे में सूचित किया.

भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सीमा सुरक्षा बल कर्मियों ने मानक प्रोटोकॉल के तहत तत्काल अपने चीनी समकक्षों से संपर्क करके उन्हें यूएवी का पता लगाने के लिए कहा जिसके बाद उन्होंने उसकी स्थिति के बारे में जानकारी दी. यह घटना चीन के विदेश मंत्री वांग यी की भारत यात्रा से कुछ ही दिन पहले सामने आयी है. वांग यी रूस-भारत-चीन त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए आनेवाले हैं.

बीजिंग में चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय ड्रोन ने हाल में उसकी वायुसीमा में घुसपैठ की और सिक्किम सेक्टर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसके बाद उसने चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता के उल्लंघन को लेकर भारत के समक्ष एक राजनयिक विरोध दर्ज कराया. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि चीन ने अपनी संप्रभुत्ता का उल्लंघन करनेवाले ड्रोन को लेकर भारत के समक्ष कूटनीतिक विरोध दर्ज कराया है. चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने झांग के हवाले से कहा, भारत का कदम चीन की क्षेत्रीय संप्रभुत्ता का उल्लंघन है और हम इस पर कड़ा अंसतोष और विरोध जताते हैं.

उन्होंने कहा, हम अपना अभियान और अपनी जिम्मेदारी निभायेंगे और चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करेंगे. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, एक भारतीय यूएवी भारतीय क्षेत्र में एक नियमित प्रशिक्षण अभियान पर था. कुछ तकनीकी समस्या के चलते उसका संपर्क नियंत्रण कक्ष से टूट गया जिससे यूएवी सिक्किम सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पार चला गया. उसने कहा, मानक प्रोटोकॉल के तहत भारतीय सीमा रक्षा कर्मियों ने यूएवी का पता लगाने के लिए तत्काल अपने चीनी समकक्षों को अवगत कराया. इसकी प्रतिक्रिया में चीनी पक्ष ने यूएवी की अवस्थिति के बारे में जानकारी मुहैया करायी.

पश्चिमी थिएटर कमान के ज्वाइंट स्टाॅफ डिपार्टमेंट के युद्ध संबंधी ब्यूरो के उप प्रमुख झांग शुइली ने कहा कि हाल ही में भारतीय ड्रोन चीन के वायु क्षेत्र में अनधिकृत रूप से घुसा और दुर्घटनाग्रस्त हो गया. चीन के सीमा बलों ने ड्रोन की पहचान की और उसका सत्यापन किया. चीन की सेना की पश्चिमी थिएटर कमान के अधिकार क्षेत्र में भारत के साथ लगते तिब्बत के सीमा क्षेत्र समेत 3488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा का भी पूरा क्षेत्र आता है. हाल ही में भारत-चीन-भूटान की सीमा के समीप चीनी सेना द्वारा एक सड़क के निर्माण के बाद डोकलाम में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध पैदा हो गया था. इसके कुछ महीने बाद ही चीनी सेना ने यह दावा किया है. भारत के चिकेन नेक कॉरिडोर के समीप चीनी सेना द्वारा सडक निर्माण रोकने के बाद 73 दिन चला यह गतिरोध 28 अगस्त को समाप्त हुआ था.

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