UPATS ने ISI एजेंट सतेंद्र सिवाल को किया गिरफ्तार, रूस में भारतीय दूतावास में था तैनात, ऐसे हुआ खुलासा

यूपी एटीएस ने रूस के भारतीय दूतावास में तैनात सत्येंद्र सिवाल को गिरफ़्तार किया है. उस पर पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के लिए काम करने का आरोप है. सत्येंद्र मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास में IBSA (India Based Security Assistant) पद पर तैनात था. वह मूलरूप से हापुड़ का रहने वाला है.

By Sandeep kumar | February 4, 2024 1:42 PM

यूपी एटीएस ने रूस के भारतीय दूतावास में काम करने वाले कर्मचारी सत्येंद्र सिवाल को मेरठ से गिरफ्तार किया है. यह कर्मचारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसएस के लिए जासूसी कर रहा था. सत्येंद्र मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास में तैनात है. वह मूल रूप से हापुड़ का रहने वाला है. आरोपी 2021 से विदेश मंत्रालय में MTS यानी मल्टी टास्किंग स्टॉफ के तौर पर काम कर रहा था. दरअसल, उत्तर प्रदेश एटीएस को गोपनीय विभाग ने सूचना दी थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हैंडलर्स द्वारा कुछ लोगों से विदेश मंत्रालय भारत सरकार के कर्मचारियों को बहला-फुसलाकर और धन का लालच देकर भारतीय सेना से संबंधित भारत की सामरिक व रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण गोपनीय व प्रतिषेधक सूचनाएं प्राप्त की जा रही है. इससे भारतीय आंतरिक व बाह्य सुरक्षा को बहुत बड़ा खतरा होने की आशंका है. यूपी एटीएस ने इस पर संज्ञान लेते हुए काम करना शुरू किया. जांच के दौरान सत्येंद्र सिवाल के बारे में जानकारी हासिल हुई. इस पर सर्विलांस के माध्यम से नजर रखकर साक्ष्य जुटाए गए. जांच पड़ताल में सामने आया कि सत्येंन्द्र सिवाल पुत्र जयवीर सिंह निवासी ग्राम शहमहीउद्दीनपुर थाना हापुड़ देहात, जिला हापुड़ नाम का व्यक्ति जो विदेश मंत्रालय भारत सरकार में एमटीएस के पद पर नियुक्त है और वर्तमान में मास्को रूस में भारतीय दूतावास में कार्यरत है, वह आईएसआई के हैंडलर्स को महत्वपूर्ण जानकारियों मुहैया करा रहा है.

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यूपी एटीएस के साथ हुई पूछताछ में नहीं दे पाया सही उत्तर

खुफिया विभाग की जांच में सामने आया कि वह आईएसआई के हैंडलर्स के जाल में संलिप्त होकर भारत विरोधी कृत्यों में लिप्त है और महत्वपूर्ण गोपनीय सूचनाओं को उन तक रुपयों के लालच में पहुंचा रहा है. यूपी एटीएस को पुख्ता सबूत मिलने पर सत्येन्द्र सिवाल को एटीएस फील्ड यूनिट मेरठ पर बुलाकर पूछताछ की और उसके द्वारा भेजी गई सूचनाओं के संबंध में जानकारी की गई तो वह सही उत्तर नहीं दे पाया. गहनता से हुई पूछताछ में सत्येन्द्र ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक सत्येंद्र वर्ष 2021 से मास्को, रूस स्थित भारतीय दूतावास में IBSA(India based security assistant) के पद पर कार्यरत है. आरोपी पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड व एक पहचान पत्र और 600 रुपए बरामद किए गए हैं.

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