सारधा घोटाला : पश्चिम बंगाल के पूर्व पुलिस अधिकारी के घर सीबीआई ने की छापेमारी

कोलकाता : करोड़ों रुपये के सारधा पोंजी घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने इस मामले में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित एसआईटी के सदस्य रहे पूर्व पुलिस अधिकारी दिलीप हाजरा के घर पर छापेमारी की. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2020 2:02 PM

कोलकाता : करोड़ों रुपये के सारधा पोंजी घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने इस मामले में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित एसआईटी के सदस्य रहे पूर्व पुलिस अधिकारी दिलीप हाजरा के घर पर छापेमारी की. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

एसआईटी के कई सदस्यों से सीबीआई ने पूछताछ की है, जिनमें कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार शामिल हैं.

केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने शुक्रवार को यहां बताया कि सीबीआई ने 28 जुलाई को पूर्व बर्धमान जिले में हाजरा के निवास पर छापेमारी की. सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज जब्त किये हैं. हाजरा अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं.

वह बिधाननगर पुलिस आयुक्तालय में तैनात थे और वर्ष 2013 में जब इस घोटाले का पता चला था, उसके बाद मामले की जांच के लिए बनी विशेष जांच दल (एसआईटी) का हिस्सा थे. सीबीआई द्वारा इस मामले में उनसे एसआईटी की प्रारंभिक जांच के सिलसिले में पूर्व में पूछताछ की गयी थी.

पश्चिम बंगाल सरकार ने इस घोटाले की जांच के लिए वर्ष 2013 में एसआईटी का गठन किया था, जिसमें राज्य के पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2014 में इस मामले को सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया था.

Also Read: कोरोना वायरस की कड़ी तोड़ने के लिए सप्ताह में दो दिन लॉकडाउन नियम के बीच पश्चिम बंगाल में सन्नाटा

पश्चिम बंगाल सरकार ने इस घोटाले की जांच के लिए वर्ष 2013 में एसआईटी का गठन किया था, जिसमें राज्य के पुलिस बलों से अधिकारियों को शामिल किया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2014 में इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को स्थानांतरित कर दिया था.

इस घोटाले से हजारों निवेशक प्रभावित हुए थे और इसके चलते राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और मंत्रियों की गिरफ्तारी हुई थी. वे सभी अब जमानत पर हैं.

सारधा समूह के संस्थापक सुदीप्त सेन और करीबी सहयोगी देबजानी मुखर्जी जेल में हैं. एसआईटी के कई सदस्यों से सीबीआई ने पूछताछ की है, जिनमें कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार शामिल हैं.

Also Read: प्रशांत किशोर की मौजूदगी में हुई तृणमूल की नयी को-ऑर्डिनेशन कमेटी की पहली बैठक, टीएमसी में लौटे पूर्व विधायक मित्रा

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version