Mines with Milk के रूप में साहिबगंज जिला की बनेगी पहचान, CM हेमंत ने संताल को डेयरी प्लांट की दी सौगात

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संताल वासियों को डेयरी प्लांट की सौगात दी है. प्लांट का उद्घाटन करते हुए सीएम श्री सोरेन ने कहा कि दुग्ध उत्पादक से किसान और पशुपालक खुशहाल बनेंगे. वहीं, साहिबगंज जिला की पहचान अब 'माइंस विद मिल्क' के रूप में होगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2022 9:51 PM

Jharkhand News: संताल परगना के दो दिवसीय दौरे पर आये मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संताल वासियों को अत्याधुनिक डेयरी प्लांट की बड़ी सौगात दी है. इस मौके पर सीएम श्री सोरेन ने कहा कि इस डेयरी प्लांट के चालू होने से किसान और पशुपालक-दुग्ध उत्पादकों की जिंदगी में आमूलचूल बदलाव आएगा. इनकी आमदनी बढ़ेगी. इस तरह किसान भाई-बहनों के साथ राज्य भी आत्मनिर्भर बनेगा. मुख्यमंत्री ने दुग्ध उत्पादकों के सम्मान राशि के तौर पर 10 करोड़ रुपये का चेक झारखंड मिल्क फेडरेशन (Jharkhand Milk Federation-JMF) को सौंपा.

गांव -गांव तक पहुंचेगा मेधा डेयरी के दूध और दुग्ध उत्पाद

साहिबगंज डेयरी प्लांट के उद्घाटन समारोह में झारखंड मिल्क फेडरेशन और कॉमन सर्विस सेंटर (प्रज्ञा केंद्र) के बीच MoU पर करार हुआ. इसके तहत राज्य के डेयरी प्लांटों में प्रोसेसिंग दूध और दूध के उत्पादों को मेधा डेयरी के द्वारा बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा. इसी कड़ी में मेधा डेयरी के सभी दुग्ध उत्पाद राज्य के 20 हजार से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर पर मिलेगा. इसके लिए संचालकों को मुख्यमंत्री ने रिटेल सर्टिफिकेट प्रदान किया. इस तरह सरकार ने गांव-गांव तक इन दुग्ध उत्पादकों को उपलब्ध कराने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है.

संसाधनों का समुचित और बेहतर इस्तेमाल हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास और कल्याण के लिए सरकार संसाधन उपलब्ध कराती है. संसाधनों का समुचित और बेहतर इस्तेमाल हो, इसे आपको सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा कि साहिबगंज डेयरी प्लांट की वर्तमान प्रोसेसिंग क्षमता प्रतिदिन 50 हजार लीटर की है. इसकी क्षमता को बहुत जल्द बढ़ाकर एक लाख लीटर और फिर दो लाख लीटर तक करने के लिए सरकार सभी सहयोग करेगी.

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शुद्ध दूध और दुग्ध उत्पाद को बढ़ावा देने की कोशिश

उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज बाजार में कृत्रिम दूध और उससे बने दुग्ध उत्पाद धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं. यह दूध हमारे शरीर के लिए कितना खतरनाक है, इससे हम सभी वाकिफ हैं. अगर इस पर नियंत्रण नहीं किया जाए, तो मानव जीवन खतरे में पड़ सकता है. इतना ही नहीं तमाम कोशिशों के बाद भी कुपोषण के मामले आ रहे हैं. आज इससे बचने के लिए शुद्ध दूध के उत्पादन को बढ़ावा देने की जरूरत है, ताकि लोग इसका सेवन करें और स्वस्थ रहे. पशुपालकों से आग्रह है कि वे पशुधन को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दें, ताकि ज्यादा से ज्यादा शुद्ध दूध अधिकतम लोगों तक पहुंचे.

राज्य तभी आगे बढ़ेगा, जब ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी

सीएम श्री सोरेन ने कहा कि राज्य की लगभग 80 प्रतिशत जनता ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़ी है. ऐसे में किसानों और पशुपालकों को मजबूत किए बिना राज्य को विकास के रास्ते पर नहीं ले जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि किसान और पशुपालकों के लिए सरकार की कई योजनाएं चल रही है. इन योजनाओं का आप जरूर लाभ लें. कहा कि किसानों के लगभग 900 करोड़ रुपये की ऋण माफी को स्वीकृति दी जा चुकी है. इसके अलावा अब तक 13 सौ करोड़ से ज्यादा का KCC लोन किसानों को दिया जा चुका है. यह एक रिकॉर्ड है. हमारी प्राथमिकता किसानों को सशक्त, स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाना है.

समय के साथ किसानों को अपने में बदलाव लाना है

उन्होंने कहा कि समय तेजी से बदल रहा है. ऐसे में किसानों को समय के साथ बने रहने के लिए अपने में बदलाव लाना होगा. उन्हें नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल करना होगा, ताकि कृषि कार्यों में संसाधनों का बेहतर से बेहतर इस्तेमाल संभव हो सके. इसमें किसानों को जो भी जरूरत होगी, सरकार के द्वारा मुहैया कराया जाएगा.

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धान अधिप्राप्ति का बना रिकॉर्ड, खुलेंगे कई राइस मिल

मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि आपके सहयोग से सरकार ने धान अधिप्राप्ति का एक रिकॉर्ड बनाया है. अब इस धान का उपयोग अपने ही राज्य में हो, इसके लिए सरकार ने एक दर्जन से ज्यादा राइस मिल खोलने को स्वीकृति दे दी है. भविष्य में किसानों और पशुपालकों के लिए इस तरह की कई और योजनाएं लाने की दिशा में सरकार कार्ययोजना बना रही है. इस अवसर पर मंत्री आलमगीर आलम, बादल पत्रलेख, सांसद विजय हांसदा, विधायक अनंत कुमार ओझा, NDDB के अध्यक्ष मिनेश शाह, कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीक और झारखंड मिल्क फेडरेशन के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे.

Posted By: Samir Ranjan.

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