नेतरहाट के मजदूर की असम में हुई सड़क दुर्घटना में मौत, परिजनों की सहमति पर वहीं होगा अंतिम संस्कार

Jharkhand news, Latehar news : लातेहार जिला के महुआडांड़ प्रखंड के नेतरहाट थाना क्षेत्र स्थित सरना टोली निवासी एक मजदूर बहादुर किसान (50 वर्ष) की मौत असम में बुधवार शाम एक सड़क हादसे में हो गयी. मृतक मजदूर गत रविवार को कमाने के लिए घर से अकेला निकला था. गुरुवार सुबह उसकी मौत की खबर परिजनों को मिली. परिजनों ने पहले शव को नेतरहाट लाने की मांग प्रशासनिक अधिकारियों से की. शव की स्थिति और होने वाली परेशानी के संदर्भ में परिजनों से प्रशासनिक अधिकारियों ने बात की. इसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार असम में ही करने पर राजी हुई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2020 7:10 PM

Jharkhand news, Latehar news : लातेहार (वशीम अख्तर) : लातेहार जिला के महुआडांड़ प्रखंड के नेतरहाट थाना क्षेत्र स्थित सरना टोली निवासी एक मजदूर बहादुर किसान (50 वर्ष) की मौत असम में बुधवार शाम एक सड़क हादसे में हो गयी. मृतक मजदूर गत रविवार को कमाने के लिए घर से अकेला निकला था. गुरुवार सुबह उसकी मौत की खबर परिजनों को मिली. परिजनों ने पहले शव को नेतरहाट लाने की मांग प्रशासनिक अधिकारियों से की. शव की स्थिति और होने वाली परेशानी के संदर्भ में परिजनों से प्रशासनिक अधिकारियों ने बात की. इसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार असम में ही करने पर राजी हुई है.

मृतक के मोबाइल से असम के ही रहने वाले किसी व्यक्ति ने परिजनों को इस हादसे की सूचना दी. दूरभाष पर परिजनों को बताया गया कि सड़क पर पैदल चलने के क्रम में विपरीत दिशा से आ रही एक अज्ञात ट्रक के चपेट में आने से मौत हो गयी. उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गयी. उसके का शव को असम के करीमगंज जिला के पत्थरकणी थाना के पीएचसी में रखा गया है.

घटना की जानकारी मिलने पर गुरुवार को मृतक के परिजन बहादुर किसान के शव को नेतरहाट लाने को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी नीत निखिल सुरीन से मदद की गुहार लगायी. परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय विधायक रामचंद्र को भी दी है. विधायक श्री सिंह ने डीसी अबु इमरान एवं एसडीओ महुआडांड से दूरभाष पर बातचीत कर शव को नेतरहाट लाने में मदद करने का आग्रह किया.

Also Read: महुआडांड़ में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाला मामले में डीसी ने की कार्रवाई, वेलफेयर सुपरवाइजर के सभी अधिकार जब्त

वहीं, एसडीओ श्री सुरीन ने कहा कि मजदूर की मौत एक सड़क दुर्घटना में हुई है. शव की स्थिति भी क्षत- विक्षत है. ऐसी स्थिति में शव को 1600 किमी की दूरी से लाना संभव नहीं था. वहां से आने-जाने में 7-8 दिन लग जाते. इस कारण मृतक के परिजनों से बातचीत के बाद शव का असम में ही अंतिम संस्कार कराने का निर्णय लिया है.

इधर, अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मृतक के परिवार से 2 व्यक्ति असम जा रहे हैं. उनके आने- जाने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गयी है. प्रावधानों के अनुरूप मृतक के परिजनों को एक लाख रुपये नकद एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जायेगी.

मृतक अपने पीछे पत्नी एवं 2 पुत्री को छोड़ गया

मृतक मजदूर बहादुर किसान अपने पीछे अपनी पत्नी बुधमनिया देवी के अलावा 2 पुत्रियों को छोड़ गया है. पुत्री सरिता देवी ने कहा कि वे बहुत गरीब हैं. उनकी मां हमेशा बीमार रहती हैं. वह लंबे समय से बीमार है. उनके इलाज के पैसे जोड़ने के लिए वे काफी दिनों बाद बाहर कमाने गये थे.

Posted By : Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version