Bihar: मुंगेर पुल चालू होने से नेपाल और झारखंड जाना आसान, 100 किलोमीटर से अधिक घटी इन जिलों की दूरी…
मुंगेर में गंगा पर बने पुल का लोकार्पण होने से अब नेपाल और झारखंड का सफर आसान हो गया. वहीं दो जिलों के बीच अब 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी घटी है. जानिये व्यवसाय में होने वाले फायदे...
शुक्रवार का दिन मुंगेर और मुंगेर वासियों के लिए हमेशा यादगार रहेगा. क्योंकि आज मुंगेर को दो-दो डेवलपमेंट सेतु का सौगात मिला. इससे न सिर्फ आवागमन की सुविधा मिलेगी. बल्कि विकास को भी रफ्तार मिलगा. व्यावसायिक आदान-प्रदान होने से बाजार बढ़ेगा और जिले की आर्थिक उन्नति होगी. जिसके लिए मुंगेर पिछले कई दशकों से जूझ रहा था. यह पुल मुंगेर को नयी दिशा प्रदान करने वाली साबित होगी. जिसके कारण आम लोगों के साथ ही व्यवसासियों में खासा उत्साह है.
मुंगेर गंगा पर बने सड़क पुल के चालू होने से आवागमन के साथ ही व्यावसायिक दरवाजा खुलेंगे. विकास को नयी रफ्तार मिलेगी. पहले जहां लोग खगड़िया, बेगूसराय, सहरसा, समस्तीपुर सहित अन्य जिले आने-जाने के लिए भागलपुर का विक्रमशिला सेतु एवं मोकामा का राजेंद्र सेतु को पार करना पड़ता है. वहीं बेगूसराय और खगड़िया जाने के लिए 100 किलोमीटर की बचत होगी.
मुंगेर में गंगा पर बने पुल से आम लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी. नेपाल से झारखंड तक जाने के लिए इस पुल का उपयोग किया जायेगा. इतना ही नहीं व्यावसायिक दरवाजा भी खुलेगी. कच्चे माल का आदान-प्रदान एक दूसरे जिलों में हो पायेगा. जिससे बाजार की आर्थिक स्थिति सुधरेंगी और आम लोगों को भी राहत मिलेगा. इतना ही नहीं मेडिकल के क्षेत्र में काफी विकास होगा. रोगियों को भी बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मिलेगी.
विदित हो कि गैस और पेट्रोल भागलपुर अथवा मोकामा होकर मुंगेर पहुंचती है. जिस कारण मूल्य भी अधिक रहता है. अब पेट्रोलियम पदार्थ की कीमत में भी कमी आयेगी. क्योंकि बरोनी रिफाइरिंग से ट्रक लंबी दूरी तय कर मुंगेर आती है. मुंगेर में पत्थर उद्योग बंद होने से लोगों के सामने रोजगार का बड़ा संकट उत्पन्न हो गया था. अब पुल रोजगार का भी अवसर प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा.
Published By: Thakur Shaktilochan