Jewar Airport: 25 नवंबर को एशिया के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट का भूमि पूजन, इन खूबियों से होगा लैस

उत्तर प्रदेश के लखनऊ और वाराणसी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहले से हैं. कुशीनगर एयरपोर्ट का काम भी हो चुका है. आने वाले कुछ महीने में अयोध्या और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम भी पूरा कर हो जाएगा.

By Prabhat Khabar | November 23, 2021 4:13 PM

Jewar Airport: पीएम नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को जेवर एयरपोर्ट का भूमि पूजन करने आ रहे हैं. ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए यूपी की योगी सरकार ने 5,845 हेक्टेयर जमीन दी है. इस एयरपोर्ट को 2024 तक बनाने का लक्ष्य है. जेवर एयरपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा.

उत्तर प्रदेश के लखनऊ और वाराणसी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहले से हैं. कुशीनगर एयरपोर्ट का काम भी हो चुका है. आने वाले कुछ महीने में अयोध्या और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम भी पूरा कर हो जाएगा.

दुनियाभर में चार सबसे बड़े एयरपोर्ट

दुनिया में सबसे बड़ा एयरपोर्ट सऊदी अरब के किंग फहाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट (77,600 हेक्टेयर) को माना जाता है. इसके बाद अमेरिका के डेनवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (13,751 हेक्टेयर) का नंबर आता है. तीसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी अमेरिका में है. इस श्रेणी में चौथा स्थान भारत का होगा. ग्रेटर नोएडा के प्रस्तावित जेवर को दुनिया का चौथा सबसे बड़ा (5,845 हेक्टेयर) एयरपोर्ट माना जा रहा है.

  • जेवर में बनेगा एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट

  • पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों को दुनिया से जोड़ने में होगी आसानी

  • एयरपोर्ट के लिए 3,300 एकड़ भूमि का किया गया है अधिग्रहण

  • ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कर रही है एयरपोर्ट का निर्माण

दो स्टेज में जेवर एयरपोर्ट का विकास

  • एयरपोर्ट (100 मीटर एक्सेस कंट्रोल) यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित है.

  • एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेसवे से 60 मीटर सर्विस रोड से जोड़ा जा चुका है.

  • एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेसवे पर इंटरचेंज बनाकर भी जोड़ा जाएगा.

  • दिल्ली, वाराणसी हाईस्पीड रेल से भी एयरपोर्ट के टर्मिनल को जोड़ने का प्लान है.

  • दिल्ली और ग्रेटर नोएडा से जोड़ने के लिए मेट्रो रेल की कनेक्टिविटी पर काम हो रहा है.

  • दिल्ली मुबंई एक्सप्रेसवे से भी एयरपोर्ट को बल्लभगढ़-हरियाणा के पास जोड़ा जाएगा.

  • प्रभावित 3,003 परिवारों का पुनर्वास जेवर कस्बे के पास 50 हेक्टेयर भूमि पर हुआ है.

  • पहले स्टेज में एयरपोर्ट दो रनवे का होगा, जो दूसरे स्टेज में पांच रनवे का हो जाएगा.

  • दो रनवे का एयरपोर्ट 7 करोड़ सालाना पैसेंजर की क्षमता का होगा.

  • जेवर एयरपोर्ट पर करीब 30,000 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है.

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