Gangasagar Mela News: गंगासागर में पहली बार हुई गंगा आरती, कोरोना नियमों की उड़ी धज्जियां

Gangasagar Mela Latest News: सागर मेला के इतिहास में पहली बार गंगा आरती का आयोजन किया गया. इस भव्य आयोजन में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2022 9:30 PM

सागरद्वीप से नम्रता पांडेय: मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में गंगा आरती (Ganga Aarti) से मां गंगा निहाल हो गयीं हैं. आज सालों बाद आखिरकार गंगासागर को उचित सम्मान मिला है. लोगों ने तो बहुत चाहा कि कोरोना महामारी के नाम पर गंगासागर (Gangasagar Mela News) में होने वाली ऐतिहासिक आरती को रोक दिया जाये, लेकिन होता वही है, जो ईश्वर चाहता है. ये बातें शुक्रवार की शाम मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के अवसर पर गंगासागर में होने वाली भव्य और गंगासागर मेला (Gangasagar Mela Latest News Update) के इतिहास में पहली बार गंगासागर की भव्य आरती के बाद कपिलमुनि मंदिर के महंत ज्ञान दास ने कहीं.

उन्होंने कहा कि लोगों को यह पता ही नहीं कि विश्व में यदि मानव जाति के मोक्ष की कोई जगह है, तो वह गंगासागर ही है. संक्रांति लगने पर दक्षिण 24 परगना प्रशासन के प्रयास से गंगासागर को ढोल, शंख और घंटा बजाकर मां गंगा को जो सम्मान दिया गया है, हम प्रतिज्ञा लेते हैं कि जब तक हमारा जीवन रहेगा, गंगासागर आते रहेंगे. उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा निर्धारित निगरानी कमेटी के सदस्य राजू बनर्जी धन्यवाद के पात्र हैं, जिन्होंने प्रशासन को इस महान पहल की अनुमति दी.

प्रशासन ने कोविड नियमों का पालन करके आरती में शामिल होने वाले सभी लोगों को 10-10 की लाइन में निकाला. हालांकि, लोगों का उत्साह इतना था कि वे सागर के तट पर उमड़ पड़े और इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बने. इस दौरान प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ गयीं. कपिलमुनि के कार्यकारी महंत संजय दास ने कहा कि वह गंगासागर पहली बार एक ऐसी आरती का स्वरूप लोगों के सामने लाना चाहते थे, जो अपनी छाप हमेशा के लिए छोड़ जाये.

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उन्होंने कहा कि वह हर साल इस प्रकार की सागर आरती का आयोजन कराने का प्रयास करेंगे. आरती में उपस्थित पश्चिम बंगाल के मंत्री अरुप विश्वास ने कहा कि जिला प्रशासन व डीएम को गंगासागर तट पर इतना अलौकिक दृश्य पेश करने के लिए धन्यवाद देते हैं. उन्होंने कहा कोविड प्रोटोकॉल को लेकर इस आयोजन में काफी समस्याएं आयीं, लेकिन ऐसा आयोजन इस ऐतिहासिक जगह में होना अपने आप में बहुत बड़ी बात है.

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सागर देवता की कृपा से मेहनत रंग लायी- डीएम

मंत्री बंकिम हाजरा ने कहा कि यह आयोजन बहुत ही भव्य रहा. इसके लिए प्रशासन ने बहुत मेहनत की. दक्षिण 24 परगना के डीएम डॉ पी उलगानाथन ने कहा कि तीन महीने के भीतर गंगा आरती के भव्य आयोजन की रूपरेखा बनाकर बहुत कम समय में इसकी तैयारी शुरू की गयी थी. तैयारियों के बीच भी काफी समस्या आयी, कोरोना की तीसरी लहर को लेकर उन्हें लग रहा था कि सारी तैयारियां कहीं व्यर्थ न हो जाये, लेकिन सागर देवता की कृपा से आखिरकार मेहनत रंग लायी.

Posted By: Mithilesh Jha

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