पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी गोपाल भेंगरा रांची के गुरुनानक हॉस्पिटल में भर्ती, इलाज के लिए नहीं है पैसे

1978 के विश्व कप हॉकी प्रतियोगिता में भारत की खेले झारखंड के गोपाल भेंगरा इन दिनों बीमार हैं. रांची के गुरुनानक हॉस्पिटल में भर्ती हैं. लेकिन, अब उनके परिवार के पास इलाज के लिए पैसे नहीं है. पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर द्वारा भेजे पैसे से उनके परिवार का भरन-पोषण होता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2021 9:22 PM

Jharkhand News (सतीश शर्मा, तोरपा, खूंटी) : एक तरफ पूरा देश जहां ओलंपिक में हॉकी का ब्रॉन्ज मेडल मिलने पर जश्न में डूबा है. वहीं झारखंड के हॉकी का एक सितारा अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी गोपाल भेंगरा रांची के गुरुनानक हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत बीच जंग लड़ रहे हैं. वर्तमान भारतीय खिलाड़ियों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है, जबकि बीमार गोपाल भेंगरा की सुधि लेने वाला कोई नहीं है.

हॉकी प्लेयर्स गोपाल भेंगरा रांची के गुरुनानक हॉस्पिटल में विगत तीन दिनों से भर्ती हैं. उनका बेटा अर्जुन भेंगरा ने बताया कि घर में जो पैसे थे वो इलाज में खर्च हो गये. अब बाबा के इलाज के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं. अर्जुन स्वयं बेरोजगार है. खेती-बारी से ही परिवार का खर्च चलता है. उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगायी है.

1978 विश्व कप भारतीय टीम का सदस्य था

अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी गोपाल भेंगरा आर्मी में थे. वहीं से हॉकी खेलना शुरू किया. 1978 के विश्व कप में वे भारतीय टीम के सदस्य थे. विश्व कप में वे अर्जेंटीना और पाकिस्तान के विरुद्ध खेल चुके थे. गोपाल ने बताया था कि उनका चयन ओलंपिक हॉकी के लिए भी हुआ था, लेकिन किसी कारणवश वह नहीं जा सके थे.1979 में आर्मी से वापस आने के बाद मोहन बागान की टीम से बतौर कप्तान हॉकी खेली. 1986 में वे गांव लौट गये. पेंशन के रूप में मिलने वाली थोड़ी पैसे से ही उनका गुजारा चलता था.

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सुनील गावस्कर करते थे मदद

गोपाल भेंगरा गांव के पास पत्थर तोड़ने का काम करते थे. इस संबंध में खबर प्रकाशित होने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी सुनील गावस्कर उनकी मदद करने लगे. उनकी संस्था चैंप्स द्वारा उन्हें हर माह 7500 रुपये भेजी जाती थी. वर्ष 2017 में जब सुनील गावस्कर रांची में हो रहे टेस्ट मैच के दौरान कॉमेंट्री करने पहुंचे थे. उस वक्त तोरपा के पत्रकारों की मदद से वे सुनील गावस्कर से मिल पाये थे. तब गावस्कर ने उन्हें इंडिया टीम की जर्सी भेंट की थी. गावस्कर से मिलकर वह बहुत खुश हुए थे.

Posted By : Samir Ranjan.

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