गंडक में उफान की आशंका से मडंराने लगा बाढ़ का खतरा, हाइअलर्ट मोड में प्रशासन

जिला प्रशासन ने बारिश से गंडक नदी में उफान की आशंका से निचले इलाके में खतरे को देखते हुए हाइअलर्ट जारी किया है. गंडक नदी के तटबंध के अंदर बसे गांव को पूर्ण रूप से सतर्क रहने कहा गया है.

By Rajat Kumar | June 25, 2020 11:28 AM

गोपालगंज : जिला प्रशासन ने बारिश से गंडक नदी में उफान की आशंका से निचले इलाके में खतरे को देखते हुए हाइअलर्ट जारी किया है. गंडक नदी के तटबंध के अंदर बसे गांव को पूर्ण रूप से सतर्क रहने कहा गया है. डीएम अरशद अजीज ने कहा कि 25, 26 व 27 जून को भारी भारी होने की संभावना को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. बुधवार को गंडक नदी में पानी का डिस्चार्ज लेवल एक लाख क्यूसेक से कम रहा. उधर, कुचायकोट प्रखंड के कालामटिहनिया में बांध के अंदर बसे घरों पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है.

कालामटिहनिया पंचायत के वार्ड तीन में 80 और वार्ड छह में 60 ऐसे घर हैं, जो नदी के समीप हैं. दियारा संघर्ष समिति के संयोजक अनिल कुमार मांझी ने बताया कि पानी कम है, इसलिए नदी का कटाव हो रहा है. पानी बढ़ा तो गांव डूब जायेगा. हालांकि यहां पर जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता महेश्वर शर्मा और अन्य अधिकारी निगरानी बनाये हुए हैं. सलेपुर-टंडसपुर छरकी पर दबाव : गंडक नदी का दबाव सलेमपुर-टंडसपुर छरकी पर बढ़ा है. बुधवार को जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने जायजा लिया.

यहां छरकी पर बनाये गये कई बेडवार पानी में डूब चुका है, जबकि कई बेडवार कमजोर हो चुका है. बेउवार के कमजोर होने से छरकी पर दबाव बढ़ा है. सदर प्रखंड के जगीरी टोला में दो नाव ही मिला. स्थानीय मुखिया ने प्रशासन से चार और नाव की मांग की है. भैंसही, कमल चौधरी के टोला, कटघरवां आदि गांव में जाने के लिए नाव नहीं मिली है. सारण तटबंध का हुआ मरम्मत, रिसाव बंद : सदर प्रखंड के ओलपुर-खैरटिया गांव के बीच में सारण बांध पर हो रहे रिसाव तथा बैकुंठपुर के मुंजा गांव में हो रहे रिसाव को मरम्मत करा दिया गया. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने सारण बांध की मरम्मती कराने के बाद पूरी तरह से सुरक्षित बताया.

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