5 लाख लोगों के पास ममता सरकार के खिलाफ चार्जशीट लेकर जायेगी भाजपा

राज्य में सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार, राजनीतिक हिंसा, कट मनी आदि मुद्दों को लेकर भाजपा 10 सूत्री अभियान पत्र (चार्जशीट) राज्य के पांच करोड़ लोगों के पास ले जायेगी.

By Pritish Sahay | March 9, 2020 6:19 AM

कोलकाता : राज्य में सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार, राजनीतिक हिंसा, कट मनी आदि मुद्दों को लेकर भाजपा 10 सूत्री अभियान पत्र (चार्जशीट) राज्य के पांच करोड़ लोगों के पास ले जायेगी. 15 मार्च से अभियान का दूसरा चरण शुरू होगा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित मित्रा ने शहीद मीनार मैदान से राज्य सरकार के खिलाफ ऑर नय अभियान लांच किया था. रविवार को भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने आइसीसीआर में भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक की और निकाय चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की. बैठक में केंद्रीय प्रभारी व भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय सह प्रभारी शिवप्रकाशजी, केंद्रीय सचिव राहुल सिन्हा, केंद्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य मुकुल राय, प्रदेश महासचिव संजय सिंह, सायंतन बसु, प्रताप बनर्जी सहित अन्य उपस्थित थे.

इस अवसर पर ‘ऑर नय अन्याय’ से संबंधित वीडियो जारी किये गये और चार्जशीट व संकल्प पत्र पेश किया गया. संवादादताओं के समक्ष पेश किये गये संकल्प पत्र और अभियोग पत्र के दौरान प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष और प्रदेश भाजपा महासचिव संजय सिंह उपस्थित थे. श्री घोष ने कहा : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ऑर नय अन्याय अभियान शुरू किया था. अभी तक तीन लाख लोगों ने मिस्ड कॉल कर अभियान से जुड़े हैं. राज्य के सभी लोगों को इस अभियान से जोड़ा जायेगा. घर-घर जाकर चार्जशीट की जानकारी दी जायेगी.

इसमें कुल 10 बिंदू हैं. इसमें सरकार को घेरने की कोशिश की गयी है. असफलता को उजागर किया गया है. राज्य की कुल चार समस्याएं हैं : बंगाल का विभाजन, शरणार्थियों को न्याय नहीं मिलना, माकपा के 34 वर्षों के शासन का कुशासन और ममता सरकार के शासन में दुर्व्यवस्था. ममता बनर्जी से लोगों की आशा थी कि परिवर्तन होगा, लेकिन स्थिति और भी खराब हो गयी. निकाय चुनाव से उन लोगों ने लड़ाई शुरू की है तथा 2021 के विधानसभा चुनाव में समाप्त होगी.

तृणमूल के अभियान ‘ममता आमार गर्वो’ पर किया कटाक्ष

श्री घोष ने तृणमूल कांग्रेस के ‘ममता आमार गर्वो’ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ममता के शासन में बंगाल में हर तरफ हाहाकार है. हिंसा और दुनीर्ति है. इसके लिए ममता उत्तरदायी हैं. बंगाल का गर्व रवींद्रनाथ टैगोर, विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस, विद्यासागर, चैतन्य महाप्रभु जैसे मनीषी हैं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस में ममता के अतिरिक्त कोई चेहरा नहीं है. इसलिए उनके वही गर्व हो सकते हैं, लेकिन बंगाल के लिए यह दुर्भाग्य है.

जनता ने जिन्हें रिजेक्ट किया, राज्यसभा में भेज रही है तृणमूल

श्री घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस जिन चार लोगों को राज्यसभा में भेजने के लिए उम्मीदवार बनया है. उनमें से तीन लोकसभा चुनाव में पराजित हो चुके हैं. बंगाल के लोगों ने जिन्हें रिजेक्ट किया था, उन्हें पिछले दरवाजे से राज्यसभा में भेजा रहा है.

अलग-अलग घोषणापत्र

श्री घोष ने कहा कि भाजपा प्रत्येक नगरपालिका और नगर निगम के लिए अलग-अलग घोषणा पत्र पेश करेगी. घोषणा पत्र में इलाके की समस्याएं, अभियान पत्र और संकल्प पत्र होंगे. जनता संकल्प पत्र लेकर जनता के पास जायेगी.

साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं को टिकट देगी भाजपा

कोलकाता. भारतीय जनता पार्टी नगर पालिका चुनाव में कोलकाता समेत राज्यभर में साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं को टिकट देगी. ऐसा ही निर्देश पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने रविवार को कोलकाता के आइसीसीआर सभागार में पार्टी नेताओं और सभी जिलाध्यक्षों के साथ बैठक में दिया है. बीएल संतोष ने कहा कि भाजपा के टिकट बंटवारे में ऐसा दिखना चाहिए कि समाज के सभी वर्गों और समुदायों को विशिष्ट लोगों को टिकट दिया गया है.

उन्होंने सभी जिला के अध्यक्षों को निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अंदर नगर पालिका चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देकर उसे अनुमोदन के लिए राज्य नेतृत्व के पास भेजा जाये. इसके अलावा उन्होंने प्रत्येक जिले में गुटबाजी को भी जल्द से जल्द खत्म करने का निर्देश दिया. श्री संतोष ने कहा कि पार्टी राज्य में सत्ता का विकल्प बन चुकी है लेकिन नेताओं के बीच अगर आपसी गुटबाजी जारी रही तो इससे न केवल सांगठनिक कमजोरी होगी बल्कि किरकिरी भी होगी.

उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी स्तर के नेताओं को एकजुट होकर चुनाव लड़ना होगा. उन्होंने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए न केवल अपने आप को मजबूत बनाना है, बल्कि अधिक से अधिक क्षेत्रों में दबदबा भी स्थापित करने के लिए तत्परता से काम करना होगा. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नेता और कार्यकर्ता गुटबाजी छोड़कर एकजुट तरीके से लड़ें तो निश्चित तौर पर नगर पालिका चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन शानदार होगा.

Next Article

Exit mobile version