Bihar Flood: मुंगेर में गंगा का उग्र रूप, सैकड़ों गांव में घुसा बाढ़ का पानी, दियारा क्षेत्र से पलायन

मुंगेर में गंगा खतरे के निशान की ओर तेजी से बढ़ रही है. दियारा क्षेत्र में जहां दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण सड़कें भी पानी में डूब गयी है. जिसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.

By Prabhat Khabar | August 8, 2021 11:15 AM

मुंगेर में गंगा खतरे के निशान की ओर तेजी से बढ़ रही है. दियारा क्षेत्र में जहां दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण सड़कें भी पानी में डूब गयी है. जिसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इतना ही नहीं बाढ़ के पानी से दियारा व चौर क्षेत्र के हजारों एकड़ में लगी मक्का का फसल डूब गया. जबकि सब्जी की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गयी. चौर क्षेत्र में लगे धान का फसल भी डूब गया. इधर दियारा क्षेत्र से लगातार लोगों का पलायन जारी है.

खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर नीचे बह रही गंगा.

शुक्रवार को गंगा का जलस्तर पूरी तरह से स्थिर रहा, लेकिन प्रयागराज (इलाहाबाद) का पानी पटना व बक्सर होते हुए मुंगेर गंगा में पहुंच गयी है. जिसके कारण गंगा अपने रौद्र रूप में दिख रहा है. बताया जाता है कि पिछले 24 घंटा में लगभग 17 सेंटीमीटर जलस्तर में वृद्धि के साथ खतरे के निशान 39.33 मीटर से मात्र 60 सेंटीमीटर पानी नीचे बह रही है. वर्तमान में गंगा का जलस्तर 38.73 पर पहुंच गया. केंद्रीय जल आयोग मुंगेर की माने तो कल सुबह तक गंगा का जलस्तर 38.90 मीटर पर पहुंच जायेगा. क्योंकि प्रयागराज का पानी मुंगेर पहुंच गया है और वहां पानी राइजिंग में है. जलस्तर में तेजी से भी बढ़ने की संभावना है. दो से तीन दिनों में खतरे के निशान को पानी पार कर जायेगा.

टीकारामपुर सहित दर्जनों गांवों में घुसा बाढ़ का पानी.

सदर प्रखंड के तीन पंचायत कुतलुपुर, जाफरनगर तथा टीकारामपुर एवं बरियारपुर प्रखंड के गंगा पार के झौवा बहियार तथा हरिणमार पंचायत का 100 से अधिक गांव टापू में तब्दील हो गया है. जाफरनगर पंचायत का सीताचरण गांव तथा कुतलुपुर पंचायत का परोरा टोला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. जमीनडिगरी में भी पानी घुस गया है. कुतलुपुर के ही बाबू मधुसूदन सिंह टोला, बानो सिंह टोला, राम सिंह टोला में पानी घुस आया है. जबकि सदर प्रखंड के चंडिका स्थान के पास बसे टीकारामपुर गांव में पानी घूस गया है. जबकि सड़कें भी पानी में डूब गया है.

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गांव से निकलने लगे लोग

नौवागढ़ी उत्तरी पंचायत के सीताकुंड डीह गांव तक पानी पहुंच गया है. हालांकि पानी से कोई नुकसान नहीं है. लेकिन गांव से निकला लोगों के लिए मुश्किल हो गया. इधर लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए बड़ी संख्या में गांव से निकलने लगे है. अपने खर्च पर निजी नाव कर लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ कूच कर रहे है.

हजारों एकड़ में लगे फसलों की बर्बादी शुरू.

सदर प्रखंड, बरियारपुर प्रखंड का बड़ा भू-भाग दियारा क्षेत्र में है. जहां खेती कर हजारों परिवार अपना भरण पोषण कर रहे है. दियारा क्षेत्र में सब्जी के साथ ही मक्का का फसल लगा हुआ है. जो बाढ़ के पानी में डूब गया है. हजारों एकड़ में लगी मक्का के फसल की बर्बादी शुरू हो गयी. जबकि सब्जी की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गयी. सदर प्रखंड सैकड़ों एकड़ खेत में लगी खरीफ फसल भी पानी में डूब चुकी है.

बीडीओ ने किया बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा.

शनिवार को बीडीओ सदर विकास कुमार ने सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित तारापुर दियारा पंचायत के मनियारचक गांव का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने पंचायत के अंतर्गत भूमिहीन प्रधानमंत्री आवास के लाभुकों से भी मिले और उन्हें भूमि उपलब्ध कराने को कहा. उन्होंने बताया कि बाढ़ की नाजुक स्थिति है, प्रतिदिन नये-नये क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल रहा है. जिसके कारण लोगों मुश्किल हो गया है. हालांकि अब तक जिले में खतरे के निशान को बाढ़ का पानी नहीं छु पाया है. लेकिन जिस रफ्तार से जलवृद्धि हो रही है उसके अनुसार लगता है 2 से 3 दिनों में बाढ़ की स्थिति विकराल हो जायेगी .

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

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