बरेली के फरीदपुर में जिस पार्टी का विधायक उसकी सरकार, भाजपा विधायक ने दोबारा जीत कर रचा इतिहास

Bareilly Election Result 2022: फरीदपुर की जनता ने किसी भी विधायक को लगातार दो बार नहीं चुना, लेकिन विधानसभा चुनाव 2022 में यह मिथक तोड़ दिया है.डॉ. श्याम विहारी लाल को 2017 के बाद 2022 में भी विधायक चुना है.

By Prabhat Khabar | March 12, 2022 12:32 PM

Bareilly Election Result 2022: उत्तर प्रदेश के बरेली की सुरक्षित विधानसभा फरीदपुर से लगातार दो बार चुनाव जीतकर भाजपा विधायक डॉ.श्याम विहारी लाल ने रिकार्ड कायम किया है.इस विधानसभा से कोई भी विधायक लगातार दो बार विधायक नहीं बना, लेकिन जो भी विधायक बनता है.उसकी यूपी में सरकार जरूर बनती है.इस बार भी भाजपा प्रत्याशी डॉ. श्याम विहारी लाल की जीत के साथ यूपी में भी भाजपा की सरकार बनी है. उत्तर प्रदेश की 122 फरीदपुर सुरक्षित विधानसभा सीट पर सबसे पहला चुनाव 1957 में हुआ था.

मगर, यहाँ की जनता ने किसी भी विधायक को लगातार दो बार नहीं चुना, लेकिन विधानसभा चुनाव 2022 में यह मिथक तोड़ दिया है.डॉ. श्याम विहारी लाल को 2017 के बाद 2022 में भी विधायक चुना है.दो दशक से यहां के मतदाता जिस विधायक को चुनते हैं.उसकी ही यूपी में सरकार बनती है.डॉ. श्याम विहारी लाल को चुनने के बाद उनकी सरकार भी दोबारा उत्तर प्रदेश में बन रही है.निर्वाचन आयोग ने बरेली की फरीदपुर विधानसभा को 1957 के चुनाव में मान्यता दी थी.मगर, इससे पहले फरीदपुर आंवला विधानसभा का हिस्सा था.

पहले विधायक नत्थू सिंह, फिर हर बार बदला

पहली बार फरीदपुर सुरक्षित सीट से कांग्रेस के नत्थू सिंह ने जीत दर्ज की.1962 में जनता ने उनको बदल दिया.यहां से 1962 में जेएस पार्टी के हेमराज सिंह ने जीत दर्ज की.फिर यह सीट सामान्य हो गई.1967 के चुनाव में जनता ने हेमराज को हराकर कांग्रेस के डीपी सिंह को विधायक बनाया.1969 में उपचुनाव हुआ.इस चुनाव में कांग्रेस को हार मिली.फरीदपुर से बीकेडी के राजेश्वर सिंह विधायक बन गए.1974 में फिर यह सीट सुरक्षित हो गई.सुरक्षित सीट से बीकेडी से हेमराज ने जीत दर्ज की.

मगर, 1980 में जनता ने हेमराज को हरा दिया.इस चुनाव में जेएनपी के सियाराम सागर को पहली बार जीत दिलाई.1980 के चुनाव में जनता ने उन्हें हरा दिया.यहाँ से भाजपा के नंदराम ने पहली बार जीत दर्ज की.1985 में एक बार फिर कांग्रेस ने सीट जीत ली. यहां से नत्थू लाल विधायक बने.1989 में जनता ने नत्थू लाल को हराकर सियाराम सागर को निर्दलीय चुनाव जिताया.मगर, 1991 के उपचुनाव में नंदराम भाजपा से विधायक बने. 1993 में फिर सियाराम सागर सपा के टिकट पर विधायक बन गए.1996 में नंदराम ने सियाराम सागर को हराकर कब्जा कर लिया. 2002 में सियाराम सागर सपा से विधायक चुने गए, तो 2007 के चुनाव में बसपा के विजय पाल सिंह ने पहली बार फरीदपुर में हाथी दौड़ा दिया.2012 में सियाराम सागर ने फिर सपा की झोली में सीट डाल दी. मगर 2017 और 2022 में डॉ. श्याम बिहारी लाल भाजपा से विधायक बने हैं.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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