अमृत भारत योजना: जामताड़ा और विद्यासागर स्टेशन के कायाकल्प पर होंगे 10-10 करोड़ खर्च

अमृत भारत स्टेशन योजना तहत जामताड़ा और विद्यासागर स्टेशन का पुर्नविकास होगा. 10-10 करोड़ की लागत से इन स्टेशन का कायाकल्प किया जाना है. बता दें कि जामताड़ा व विद्यासागर स्टेशन को जोड़ते हुए सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है.

By Prabhat Khabar | December 24, 2023 11:25 AM

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर में कुल 508 रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा है. इसमें झारखंड के भी 20 रेलवे स्टेशनों का करीब 886.70 करोड़ से कायाकल्प हो रहा है. इस योजना में जामताड़ा व विद्यासागर स्टेशन के उन्नयन के लिए करीब 20 करोड़ खर्च किये जायेंगे. जामताड़ा स्टेशन में करीब 10 करोड़ व विद्यासागर स्टेशन में 10 करोड़ रुपये खर्च किया जायेगा. बता दें कि केंद्र सरकार का उद्देश्य है कि भारत में आधुनिक ट्रेनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. रेलवे स्टेशनों में विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है. इसी तहत देशभर के करीब 1309 स्टेशनों का विकास अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत शुरू कर दिया गया है.

मिलेंगी ये सुविधाएं

अमृत भारत योजना के तहत जामताड़ा व विद्यासागर स्टेशन को जोड़ते हुए सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है. स्टेशनों को आधुनिक बनाया जायेगा. यात्री सुविधाओं का विस्तार, यात्रियों का मैनेजमेंट और बेहतर किया जाना है. जामताड़ा व विद्यासागर स्टेशन में काम तेजी से किया जा रहा है. पूरा काम हो जाने पर ये स्टेशन मॉडल के रूप में विकसित हो जायेगा. यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और सफर आरामदायक हो जायेगा. रेलवे स्टेशन किसी भी शहर का चेहरा माना जाता हैं. साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर हब के रूप में भी देखा जाता है.

अमृत भारत योजना: जामताड़ा और विद्यासागर स्टेशन के कायाकल्प पर होंगे 10-10 करोड़ खर्च 2

क्या होगा बदलाव

इस योजना के तहत यात्रियों को साफ और हाइजेनिक वेटिंग एरिया, रेस्टरूम बनेंगे. साथ ही खाने-पीने के अच्छे स्टॉल भी लगाए जाने हैं. यात्रियों और गाड़ियों के आने जाने के लिए अलग-अलग प्वाइंट बनाये जायेंगें. पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. रेलवे स्टेशनाें को बस, टैक्सी और ऑटो रिक्शा स्टैंड जोड़ा जायेगा. इसके अलावा प्रकाश की व्यवस्था और उपकरणों के लिए वैकल्पिक उर्जा स्रोतों का इस्तेमाल किया जायेगा. रेन वाटर हार्वेस्टिंग और हरियाली के इंतजाम भी जायेंगे. इसके अलावा कई तरह की सुविधाएं भी स्टेशनों पर मिलेंगी.

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