आजादी के बाद भी इन दो रूट्स पर सरकारी बस नहीं, नाराज लोगों ने दिया 20 दिनों का अल्टीमेटम

फतेहाबाद से शमसाबाद रोड और खेरागढ़ रुट पर आजादी के बाद से आज तक रोडवेज की बसों का संचालन नहीं हुआ है. इन दोनों ही रूटों पर हर रोज सैकड़ों की संख्या में बुजुर्ग, महिलाओं और छात्रों का आना-जाना होता है. इसके बावजूद बसों का संचालन शुरू नहीं कराना काफी दुखद बात है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2021 8:08 PM

Agra News: यकीन करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. मगर लोगों ने जो आरोप लगाए हैं, वो सुनने में अजीब जरूर लगेगा. मगर हकीकत भी यही है. पूरा मामला आगरा के फतेहाबाद का है. सपा नेता राजेश शर्मा के नेतृत्व में लोगों ने रोडवेज बस के क्षेत्रीय प्रबंधक के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान आरोप लगाया गया कि फतेहाबाद से शमसाबाद रोड और खेरागढ़ रुट पर आजादी के बाद से आज तक रोडवेज की बसों का संचालन नहीं हुआ है. इन दोनों ही रूटों पर हर रोज सैकड़ों की संख्या में बुजुर्ग, महिलाओं और छात्रों का आना-जाना होता है. इसके बावजूद बसों का संचालन शुरू नहीं कराना काफी दुखद बात है.

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समाजवादी पार्टी के नेता राजेश शर्मा के मुताबिक इन दोनों मार्गों पर रोडवेज की बसों के संचालन करने की दिशा में, वर्तमान और अब तक जो भी विधायक रहे हैं, किसी ने भी कोई प्रयास नहीं किए हैं. दोनों रूट स्टेट हाईवे की श्रेणी में आता है. इसके बावजूद आज तक किसी ने इस समस्या के समाधान पर ध्यान नहीं दिया.

मामले में राजकीय परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि दोनों मार्ग प्राइवेट श्रेणी में आते हैं. इस वजह से रोडवेज की बसों का संचालन नहीं हो सका है. मामला संज्ञान में आया है तो इसके लिए आरटीओ और राज्य शासन को अवगत करा दिया जाएगा. दूसरी तरफ प्रदर्शनकारियों ने 20 दिनों के अंदर बसों का संचालन नहीं होने की दशा में आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

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स्थानीय लोगों की मानें तो फतेहाबाद से शमसाबाद और खेरागढ़ जाने के लिए हर रोज हजारों की संख्या में पैसेंजर घर से निकलते हैं. सरकारी बस की सुविधा नहीं होने की वजह से उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. महेश चंद शर्मा, सुनील शर्मा उर्फ बंटू, शिवम दीक्षित, राजेंद्र शर्मा, बिजेंद्र, महेश, सोहित, अतुल की मानें तो जिन लोगों के पास अपने साधन होते हैं, वो दिन में शहर तक आसानी से आ जा सकते हैं. लेकिन, वो लोग जिनके पास आने-जाने के साधन नहीं हैं, वो लोग देहात क्षेत्र से शहर तक आने में काफी परेशानियों का सामना करते हैं. इन रास्तों पर सरकारी बसों तक का संचालन नहीं है. काफी लंबा रास्ता होने के चलते ऑटो भी नहीं चलते हैं. इसके कारण महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को तरह की तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

(इनपुट: मनीष गुप्ता, आगरा)

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