Laptop की बैटरी पलक झपकते ही हो जाती है खत्म? ये 5 तरीके आपकी बैटरी लाइफ को कर देंगे दुगना

Laptop Battery: क्या आपको भी हर हफ्ते अपनी लैपटॉप की बैटरी पहले से कमजोर लग रही है? इसका असली इलाज नया हार्डवेयर नहीं, बल्कि थोड़ी समझदारी वाली आदतें हैं. आइए आपको कुछ ऐसी जरूरी टिप्स बताते हैं जिसकी मदद से आप अपने लैपटॉप की बैटरी की हेल्थ सही रख सकते हैं.

By Ankit Anand | November 20, 2025 11:00 PM

Laptop Battery: आपके लैपटॉप की बैटरी ये बताती है कि आप कैसे रहते और काम करते हैं. ज्यादातर लोग खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं जब बैटरी का इंडिकेटर लाल हो जाए और चार्जर आस-पास न मिले. असल में बैटरी लाइफ किस्मत पर नहीं, बल्कि आपकी रोज की आदतों और सेटिंग्स पर ज्यादा निर्भर करती है. पहली बार लैपटॉप चालू करने के बाद आप उसे जैसा सेट करते हैं, वही आगे चलकर उसकी बैटरी की लाइफ तय करता है.

इसलिए शुरुआत से ही सही बैटरी आदतें अपनाना समझदारी है ताकि आपका लैपटॉप लंबे समय तक बैटरी की हेल्थ बनाए रख सके. आइए आपको कुछ ऐसी जरूरी टिप्स बताते हैं जिसकी मदद से आप अपने लैपटॉप की बैटरी की हेल्थ सही रख सकते हैं.

Battery Saver Mode का यूज करें

अधिकतर लैपटॉप बॉक्स से निकलते ही तेज, चमकदार और फुल परफॉर्मेंस मोड में चलने लगते हैं. स्क्रीन की ब्राइटनेस 100% रहती है और प्रोसेसर को आराम करने का मौका ही नहीं मिलता. सॉफ्टवेयर अपडेट चलते रहते हैं, ऐप्स बैकग्राउंड में डेटा सिंक करती हैं, और ब्राउजर में टैब्स बढ़ते जाते हैं. ऐसे में हैरानी की बात नहीं कि बैटरी जल्दी खराब हो जाती है और चार्ज एकदम उड़ जाता है.

ये बदलाव करना काफी आसान है. सबसे पहले अपने लैपटॉप की Settings में जाएं और Battery Saver Mode को डिफॉल्ट प्रोफाइल बना दें. जैसे ही आप यह मोड ऑन करते हैं, लैपटॉप फुल पावर पर चलने की जिद नहीं करता. स्क्रीन की ब्राइटनेस अपने-आप कम हो जाती है, प्रोसेसर उतनी ही ताकत इस्तेमाल करता है जितनी जरूरत होती है, बैकग्राउंड ऐप्स रुक जाते हैं और फैन भी कम आवाज करने लगता है.  

ब्राइटनेस कम रखें 

एक लंबी चलने वाली बैटरी किसी एक-दो सेटिंग बदलने से नहीं मिलती, ये ज्यादा आपके इस्तेमाल करने के तरीके पर डिपेंड करती है. ज्यादातर लोग बिना सोचे ब्राइटनेस बहुत ज्यादा रख देते हैं. बस इसे करीब 60% कर दें, और देखेंगे कि बैटरी ज्यादा देर चलेगी.

स्लीप टाइमर का यूज करें

बैटरी बाचने एक और आसान तरीका है स्लीप टाइमर का यूज कर के. मतलब, सिस्टम को ऐसे सेट करें कि कुछ मिनट यूज न करने पर खुद-ब-खुद स्लीप मोड में चला जाए. इससे हर बार जब आप थोड़ी देर के लिए हटते हैं, बैटरी बचती है.

जिन सेटिंग्स की जरूरत न हो उन्हें बंद रखें 

Bluetooth, Wi-Fi और बेवजह पड़े ब्राउजर एक्सटेंशन को बंद रखें जब तक इनकी जरूरत न हो. रोजाना की यही छोटी-छोटी आदतें असली फर्क डालती हैं.

चार्जिंग पैटर्न अनुसार ही चार्ज करें 

ये भी ध्यान रखना जरूरी है कि आप अपना लैपटॉप कैसे चार्ज करते हैं. लिथियम बैटरियां एक सेट किए गए पैटर्न पसंद करती हैं. बैटरी को करीब 40% तक आने दें और फिर 80% तक चार्ज कर लें. पूरा दिन लैपटॉप को चार्जिंग पर लगाए रखना या बैटरी को बिल्कुल जीरो होने देना सही नहीं है. ऐसा करके आप सिर्फ आज की बैटरी लाइफ नहीं बचाते बल्कि उसे एक साल और, एक प्रोजेक्ट और, एक वेब सीरीज और चलने लायक बना देते हैं.

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