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स्टार्टअप पर पीयूष गोयल के बयान पर बवाल, Zepto – Zoho के CEO सहित कई दिग्गजों ने दिया जवाब

Startup Row: पीयूष गोयल के बयान से छिड़ी बहस में जेप्टो, जोहो, शादी डॉट कॉम जैसे स्टार्टअप फाउंडर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी. जानें क्या बोले आदित पलीचा, श्रीधर वेम्बू और अन्य.

By Rajeev Kumar | April 5, 2025 2:37 PM
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Startup Row: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा दिए गए एक बयान ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में हलचल मचा दी है. गोयल ने कहा था कि देश को आइसक्रीम या किराना बेचने की बजाय सेमीकंडक्टर, एआई, रोबोटिक्स और मशीन लर्निंग जैसे हाई-टेक क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए. उनके इस बयान पर भारतीय स्टार्टअप जगत की कई बड़ी हस्तियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

जेप्टो के सीईओ आदित पलीचा ने दिया जवाब

त्वरित वाणिज्य सेवा प्रदान करने वाली कंपनी जेप्टो के सीईओ आदित पलीचा ने गोयल के बयान का जवाब देते हुए कहा कि उनके जैसे स्टार्टअप लाखों लोगों को रोजगार दे रहे हैं. उन्होंने जेप्टो को “भारतीय नवाचार का चमत्कार” बताते हुए कहा कि यह प्लेटफॉर्म सिर्फ 3.5 साल में बना और अब 1.5 लाख से अधिक लोगों की आजीविका का जरिया है.

जोहो के संस्थापक श्रीधरवेम्बू ने कही अहम बात

जोहो कॉर्पोरेशन के संस्थापक श्रीधरवेम्बू ने मंत्री के बयान को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया और कहा कि देश को स्मार्ट इंजीनियरों की जरूरत है जो जमीनी स्तर पर काम करके विश्व स्तरीय तकनीकी समाधान विकसित करें. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, हमें अपनी तकनीकी महत्वाकांक्षाओं को साकार करने के लिए स्मार्ट समाधान खोजने होंगे, और यही असली इंजीनियरिंग है.

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अन्य दिग्गज भी आए समर्थन में

पूर्व इन्फोसिस सीएफओ मोहनदास पई और शादी डॉट कॉम के संस्थापक अनुपम मित्तल ने भी स्टार्टअप इकोसिस्टम का समर्थन किया.पई ने कहा कि सरकार को स्टार्टअप्स पर विश्वास बनाए रखना चाहिए और उच्च तकनीक वाले क्षेत्रों में काम कर रहे उद्यमियों की मदद करनी चाहिए. वहीं, मित्तल ने कहा कि भारत में एआई, अंतरिक्ष तकनीक और मटीरियल साइंस जैसे क्षेत्रों में कई युवा कंपनियां उभर रही हैं, लेकिन उन्हें स्केल करने के लिए पूंजी और इकोसिस्टम की जरूरत है.

क्या बोले थे गोयल?

स्टार्टअप महाकुंभ के दौरान गोयल ने सवाल उठाया था कि क्या भारत का स्टार्टअप सिर्फ डिलीवरी बॉय तैयार करेगा या अगली पीढ़ी की तकनीकों में लीडर बनेगा? उन्होंने कहा कि असली नवाचार रोबोटिक्स, 3डी प्रिंटिंग, मशीन लर्निंग और AI में है.

हालिया बयान ने भारतीय स्टार्टअप समुदाय को आत्ममंथन का अवसर जरूर दिया है, लेकिन साथ ही यह भी साबित हुआ कि देश की उद्यमशीलता शक्ति सिर्फ पारंपरिक कारोबार तक सीमित नहीं है. स्टार्टअप फाउंडर्स अब स्पष्ट कर रहे हैं कि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं – चाहे वह डिलीवरी हो या डीप-टेक.

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