West Bengal News : पश्चिम बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या, बीजेपी पर लगा आरोप

पश्चिम बंगाल के तमलुक लोकसभा क्षेत्र में टीएमसी के एक कार्यकर्ता की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई. टीएमसी ने हत्या का आरोप बीजेपी पर लगाया है.

By Kunal Kishore | May 25, 2024 9:15 AM

West Bengal News : बंगाल में लोकसभा में चुनाव में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में अब खबर आ रही है तमलुक लोकसभा क्षेत्र के महिषादल में कथित तौर पर तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है. जानकारी के मुताबिक तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या धारदार हथियार से की गई है. दूसरी ओर, एक अन्य घटना में टीएमसी कार्यकर्ता के सिर पर धारदार हथियार से हमला किया गया है. कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

टीएमसी ने बीजेपी पर लगाया आरोप

टीएमसी ने हिंसा की दोनों घटनाओं में बीजेपी पर आरोप लगाया है. हालांकि बीजेपी इन आरोप से इंकार किया है. बीजेपी का कहना है कि हिंसा की यह घटना टीएमसी के अंदूरूनी कलह की वजह से हुई है.

क्या है मामला

जानकारी के मुताबिक, यहा घटना महिषा दल के धमैतनगर इलाके की है. मृतक की पहचान टीएमसी कार्यकर्ता शेख मोइबुल(42) के रूप में हुई है. मोइबुल शुक्रवार की शाम बाइक से घर लौट रहा था. जब वह रजनीगंज बाजार इलाके से गुजर रहा था तभी कुछ लोगों ने उससे झगड़ा कर लिया. पहले तो अपराधियों ने उसे खूब पीटा और धारदार हथियार से हमला कर दिया. जब मोइबुल अधमरा हो गया तभी अपराधियों ने उसे सड़क किनारे अधमरा छोड़ दिया. इसके बाद उसकी मौत हो गई.

पुलिस का दावा हत्या में बीजेपी समर्थित बदमाश शामिल

मोइबुल जब वापस नहीं लौटा तभी उसको खोजना शुरू किया गया. खोजबीन के दौरान वह सड़क किनारे लहूलुहान अवस्था में मिला. इसके बाद उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. स्वासथ्य केंद्र में खराब स्थिति बिगड़ने के बाद उसे ताम्रलिप्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया. मेडकल कॉलेज अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया. हिंसा की इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया है. पुलिस ने इस मामले में दावा किया है कि हत्या में बीजेपी समर्थित बदमाश शामिल थे.

बंगाल में चुनाव के दौरान हिंसा का इतिहास

छठे दौर के मतदान से पहले पूर्वी मेदिनीपुर में दो लोगों की मौत हो गई थी. पिछले बुधवार की रात को भी बीजेपी की महिला कार्यकर्ता रतिबाला और अन्य की हत्या कर दी गई थी. आपको बता दें कि बंगाल में चुनाव के दौरान हिंसा की घटनाओं का पूराना इतिहास रहा है.

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