बालुरघाट: मुख्यमंत्री की सभा के लिए काटे गये 17 कीमती पेड़

बालुरघाट : बुनियादपुर में चार मार्च को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सभा के लिए 17 कीमती पेड़ काट डाले गये. इसे लेकर स्थानीय माकपा विधायक से लेकर पर्यावरण प्रेमी संगठनों ने नाराजगी जतायी है. बुनियादपुर फुटबॉल मैदान में चार मार्च को तृणमूल की सभा को पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संबोधित करेंगी. इसके लिए […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 23, 2020 2:13 AM
बालुरघाट : बुनियादपुर में चार मार्च को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सभा के लिए 17 कीमती पेड़ काट डाले गये. इसे लेकर स्थानीय माकपा विधायक से लेकर पर्यावरण प्रेमी संगठनों ने नाराजगी जतायी है. बुनियादपुर फुटबॉल मैदान में चार मार्च को तृणमूल की सभा को पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी संबोधित करेंगी.
इसके लिए तृणमूल की ओर से मैदान को तैयार किया जा रहा है. इसको लेकर कृषि विभाग द्वारा लगाये गये 17 पेड़ों को काट डाला गया. साथ ही इलाके के एक हाई ड्रेन को भी बंद कर दिया गया है. खबर मिलते ही हरिरामपुर के माकपा विधायक रफिकुल इस्लाम मौके पर बंसीहारी नदी व पर्यावरण प्रेमी सदस्यों के साथ पहुंचे.
उनलोगों ने पेड़ काटने से रोका. लेकिन इस पर बात नहीं बनी तो विधायक ने जिलाशासक के पास ई-मेल से शिकायत दर्ज करायी. इस मामले को लेकर विधायक ने इलाकावासियों के साथ मिलकर आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
  • बुनियादपुर फुटबॉल मैदान में चार मार्च को ममता की सभा
  • पेड़ काटने का बुनियादपुर के माकपा विधायक ने किया विरोध
  • पर्यावरण प्रेमी संगठनों ने भी दी आंदोलन की चेतावनी
  • जिलाशासक ने कहा, शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई
बंसीहारी नदी व पर्यावरण बचाओ कमेटी के सचिव अमर पाल ने कहा कि पेड़ काटने की घटना निंदनीय है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी का बुनियादपुर में स्वागत है, लेकिन उनके आगमन के लिए इलाके के पर्यावरण को इस तरह से नुकसान पहुंचाये जाने का वे प्रतिवाद करते हैं.
पेड़ काटकर सभास्थल निर्माण गलत बात है. वहीं माकपा विधायक रफिकुल इस्लाम ने कहा कि कृषि विभाग के 17 पेड़ तृणमूल की सभा के लिए काटे गये हैं. ग्रीन सिटी के नाम पर कीमती पेड़ लगाये गये थे. उन्होंने कहा कि जिलाशासक के पास शिकायत की गयी है.
जल्द ही इसको लेकर आंदोलन का रुख किया जायेगा. दूसरी ओर दक्षिण दिनाजपुर के जिलाशासक निखिल निर्मल ने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी. उधर, गंगारामपुर के महकमाशासक मानवेंद्र देवनाथ ने कहा कि उनके पास कोई शिकायत नहीं आयी है. सुनने में आया है कि जिलाशासक के पास ई-मेल से शिकायत की गयी है. वहीं मामले को देखेंगे.

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