रेड बैंक चाय बागान में जंगलों की सफाई आज से

नागराकाटा : जलपाईगुड़ी जिले के बानरहाट थाना अंतर्गत बंद रेड बैंक चाय बागान के श्रमिकों ने सामवार को बंद चाय बागान खोलने एवं जंगली जानवरों से रक्षा करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग -31 को दिनभर जाम रखा. सुबह 11 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक राजमार्ग बंद रहा. इस दौरान सड़क पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 28, 2020 2:10 AM

नागराकाटा : जलपाईगुड़ी जिले के बानरहाट थाना अंतर्गत बंद रेड बैंक चाय बागान के श्रमिकों ने सामवार को बंद चाय बागान खोलने एवं जंगली जानवरों से रक्षा करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग -31 को दिनभर जाम रखा. सुबह 11 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक राजमार्ग बंद रहा. इस दौरान सड़क पर बैठकर चाय बागान की महिलाओं ने जारदार प्रदर्शन किया.

जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कई अधिकारियों के मान मनोवल और प्रयास के बावजूद महिलाएं कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थी. वो बार बार डीएम को घटनास्थल पर पहुंचने की मांग कर रही थी. दिन भर ये महिलाएं सड़क पर से टस से मस नहीं हुई. इस दौरान सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी.
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार चाय बागान खोलने का कोई प्रयास नहीं कर रही है. सरकार को जल्द से जल्द बागान खोलना चाहिए. इसके अलावा उनका कहना था कि बागान बंद होने के कारण इलाके में काफी घना जंगल हो चुका है. जिसके कारण आये दिन जंगली जानवरों का बस्ती पर हमला हो रहा है. जानवरों के हमले से चाय श्रमिक दहशत में जी रहे हैं.
जंगल की जल्द से जल्द सफाई होनी चाहिए. अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे चाय बागान के लोगों का कहना था कि 3 दिन पहले एक महिला की हाथी के हमले में मौत हो गयी. वहीं एक महिला अभी भी बीरपड़ा एस्टेट जनरल अस्पताल में इलाजरत है.
बानरहाट थाने के पुलिस प्रशासन एवं अधिकारियों ने काफी मान मनोवल कर सड़क अवरोध समाप्त करवाने की कोशिश की लेकिन शाम छह बजे तक वो नाकाम ही रहे. शाम छह बजे के करीब स्थानीय जिला परिषद मनोज तामांग, धुपगुड़ी ब्लॉक के बीडीओ शंख दीप दास, और जलपाईगुड़ी जिले के एडिशनल एसपी डेंडूप शेरपा ने संयुक्त रूप से श्रमिक महिलाओं एवं प्रतिनिधियों से घंटों बातचीत के बाद लिखित रूप में आश्वासन देने के उपरांत सड़क जाम हटाने पर श्रमिक तैयार हुए.
बीडीओ संखदीप दास ने कहा कि चाय श्रमिकों की 9 सूत्री मांग डीएम तक पहुंचा दी गयी है. बंद चाय बागान जल्द खोलने, पानी की व्यवस्था एवं जंगल की सफाई जैसी मांग पर विचार का आश्वास दिया गया है. मंगलवार से ही जंगल की सफाई शुरु कर दी जायेगी. शेष मांगों को भी जल्द पूरा किया जायेगा.
एंबुलेंस तथा पुलिस कैंप लगाने की मांग के ऊपर जलपाईगुड़ी जिले के डीएम के साथ धुपगुड़ी बीडीओ कार्यालय में 30 तारीख को श्रमिक पक्ष एवं प्रशासन की ओर से एक बैठक होगी. स्थानीय जिला परिषद मनोज तामांग ने कहा कि श्रमिकों की मांग जायज है. डीएम इस पर सकारात्मक कार्रवाई करेंगे. अगर इन लोगों की मांगें प्रशासन नहीं मानती है, तो श्रमिकों की ओर से फिर आंदोलन होगा. जिसके समर्थन में सभी श्रमिक संगठन भी सड़क पर उतरेंगे.
आज हुए विरोध प्रदर्शन में बंद रेड बैंक चाय बागान के महिला एवं पुरुष श्रमिकों में से विनोद गुरुंग, किशन थापा, दीपांजलि थापा, राधा शर्मा, विनीता पास माहाली आदि शामिल थे. दीपांजलि थापा ने कहा कि पिछले दो दशक से रेड बैंक चाय बागान बंद है. यहां भुखमरी तथा बेरोजगारी के कारण लोग पलायन को मजबूर हो रहे हैं. विनोद गुरुंग ने कहा कि बेरोजगारी और भुखमरी के कारण यहां के श्रमिक काफी दयनीय अवस्था से गुजर रहे हैं.
वही आये दिन जंगली जानवरों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं. श्रमिकों को खाने-पीने की समस्याएं हैं, वही हाथी द्वारा घर बार तोड़ देने के कारण रहने की भी समस्या पैदा हो रही है. कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या चुने हुए जनप्रतिनिधि हमारी इस समस्या को लेकर किसी प्रकार की पहल नहीं कर रहे हैं. जिसके कारण हम श्रमिकों को बाध्य होकर सड़क पर उतरना पड़ा.
सड़क अवरोध होने के कारण प्रशासन को दूरदराज जाने वाले यात्रियों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा. यात्रियों ने भी चाय श्रमिकों की समस्याओं के बारे में सुनकर प्रशासनिक अधिकारियों से श्रमिकों की मांगे जल्दी मानने की गुजारिश करते रहे. हालांकि इस दौरान दूरदराज जाने वाले लोग भी श्रमिकों के साथ खड़े नजर आये.

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