नागराकाटा : एक महीने में तीसरे बच्चे को घर से उठा ले गया ‘नरभक्षी’ तेंदुआ

मदारीहाट/ वीरपाड़ा/ नागराकाटा : वन विभाग एक के बाद एक तेंदुओं को पिंजरा लगाकर पकड़ रहा है, लेकिन ‘नरभक्षी’ तेंदुए का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार शाम को तीन साल की एक बच्ची को तेंदुआ उसके घर से खींच ले गया. खबर लिखे जाने तक बच्ची का कोई पता नहीं चल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 16, 2019 2:01 AM
मदारीहाट/ वीरपाड़ा/ नागराकाटा : वन विभाग एक के बाद एक तेंदुओं को पिंजरा लगाकर पकड़ रहा है, लेकिन ‘नरभक्षी’ तेंदुए का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार शाम को तीन साल की एक बच्ची को तेंदुआ उसके घर से खींच ले गया. खबर लिखे जाने तक बच्ची का कोई पता नहीं चल पाया है.
यह तीसरा बच्चा है, जिसे इलाके में तेंदुए ने अपना निशाना बनाया है. घटना अलीपुरद्वार जिले के मदारीहाट-बीरपाड़ा ब्लॉक के गरगंडा चाय बागान की है. यह बागान जलदापाड़ा नेशनल पार्क के लंकापाड़ा रेंज में पड़ता है.
बता दें कि गरगंडा बागान रामझोड़ा चाय बागान और धुम्चीपाड़ा चाय बागान से लगा हुआ है, जहां बीते महीने महज दस दिन के अंतराल पर तेंदुए के हमले में दो बच्चे मारे गये थे. इसके अलावा गरगंडा बागान में ही बीते महीने दो दिनों में दो तेंदुओं को जहर देकर मार डाला गया था. लेकिन एक बार ‘नरभक्षी’ तेंदुए के हमले से इलाके में आतंक फैल गया है.
जानकारी के मुताबिक, बागान के फैक्टरी लाइन निवासी बल्कू उरांव के घर उसकी बेटी पूजा उरांव और तीन साल की नतिनी प्रणिता उरांव (माला) घूमने आयी हुई थीं. इसी दौरान शाम को तेंदुआ माला को घर से उठा ले गया.
इस घटना से पूरे इलाके में खलबली मच गयी. काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला. खबर पाकर जब वनकर्मी पहुंचे तो उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा.
इलाके में तेंदुओं के बढ़ते आक्रमण से लोगों में काफी आक्रोश है. मादरीहाट रेंजर खगेश्वर कार्जी ने बताया कि खबर प्राप्त होने के वाद वनकर्मी घटनास्थल पर पहुंचकर खोज कार्य में लगे हैं. उन्होंने वनकर्मियो से हाथापाई किये जाने की बात भी कही.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले गत 23 दिसंबर की सुबह रामझोड़ा चाय बागान इलाके में 12 साल के एक किशोर अनिकेत उरांव उर्फ सचिन को तेंदुआ बागान के भीतर घसीट ले गया और मार डाला. 17 दिसंबर को धुम्चीपाड़ा चाय बागान में एक वृद्ध पर तेंदुए ने हमला किया था.
वहीं 12 दिसंबर को तेंदुए के हमले में पांच साल के एक बच्चे इडेन नायक की पास के ही धुम्चीपाड़ा चाय बागान में मौत हो गयी थी. 12 नंबर सेक्शन में दिनदहाड़े उस बच्चे को तेंदुआ उसके घर के आंगन से खींच ले गया था. इन ताबड़तोड़ घटनाओं से स्थानीय लोगों में दहशत और वन विभाग के खिलाफ आक्रोश था, ताजा घटना से स्थिति और बिगड़ गयी है.
अलीपुरद्वार जिले के मदारीहाट-बीरपाड़ा ब्लॉक की घटना
देर रात तक खोज अभियान के बाद भी बच्ची का पता नहीं
दो बच्चों की मौत के बाद तीसरी घटना से भड़का आक्रोश
एक के बाद एक पकड़े जा रहे तेंदुए
तेंदुओं के आतंक से इलाकावासियों को छुटकारा दिलाने के लिए वन विभाग एक के बाद एक तेंदुआ पकड़ रहा है, पर ‘नरभक्षी’ तेंदुए की दहशत कायम है. सोमवार रात वीरपाड़ा के बड़ा हौदा क्षेत्र में पिंजरे में एक तेंदुआ फंस गया.
दलगांव रेंज के डिप्टी रेंजर प्रकाश थापा ने बताया कि पिंजरे में बंद होते समय जख्मी होने के चलते तेंदुए को खयेरबाड़ी तेंदुआ पुनर्वास केंद्र में उपचार के लिए रखा गया है.
स्वस्थ होने पर उसे जलदापाड़ा अभयारण्य में छोड़ दिया जायेगा. गत 12 दिसंबर को तेंदुए के हमले में एक बच्चे की मौत की घटना के बाद वन विभाग तेंदुओं को पकड़ने के लिए सक्रिय हो उठा था.
16 दिसंबर को धुम्चीपाड़ा चाय बागान के 12 नंबर सेक्शन में एक पूर्णवयस्क नर तेंदुए को पिंजड़े में कैद किया गया. 25 दिसंबर को फिर धुम्चीपाड़ा में एक वयस्क नर तेंदुआ 8 नंबर सेक्शन से पकड़ा गया. इसके बाद गत 9 जनवरी को रामझोड़ा चाय बागान में लगाये गये पिंजड़े में एक मादा तेंदुआ फंस गयी.

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