देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का उद्घाटन

गंगतोक : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बाद देश का दूसरे सबसे बड़ा तथा उत्तर पूर्व का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल का उद्घाटन सोमवार को मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने किया. इस अस्पताल का निर्माण सिक्किम की राजधानी गंगतोक से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित सोकेथांग में निर्माण किया गया है. 13 मंजिले अस्पताल में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 15, 2019 5:41 AM
गंगतोक : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बाद देश का दूसरे सबसे बड़ा तथा उत्तर पूर्व का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल का उद्घाटन सोमवार को मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने किया. इस अस्पताल का निर्माण सिक्किम की राजधानी गंगतोक से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित सोकेथांग में निर्माण किया गया है.
13 मंजिले अस्पताल में एक हजार डबल बेड युक्त अत्याधुनिक व्यवस्था से लैस अस्पताल के उद्घाटन से राज्यवासी समेत पड़ोसी राज्यों के जनता के नाम समर्पित किया गया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने कहा कि एम्स के बाद राज्यवासियों ने दूसरा सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल पाया है. इससे बड़ा अस्पताल अन्य जगहों में नहीं है, मुझे इससे संतुष्टि व खुशी मिली है.
उन्होंने कहा कि हमने इस प्रकार इतिहास व माइलस्टोन का निर्माण किया है. अस्पताल के उद्घाटन के बाद एक भव्य समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चामलिंग ने कहा कि 2009 में हमने इसके निर्माण करने का फैसला लिया था.
सरकार के पास एक भी पैसा नहीं था. परंतु हमने हिम्मत किया. उस वक्त के मुख्य सचिव व वित्त सचिव ने कहा था कि पैसा नहीं है. भवन निर्माण असंभव है, परंतु मैंने हिम्मत जुटाकर 2010 में भवन का शिलान्यास कर दिया. इसके निर्माण में 1281 करोड़ रूपये खर्च किये गये हैं. इसमें 200 करोड़ का लोन भी लिया गया है.
उन्होंने कहा कि यह एसडीएफ सरकार का सबसे बड़ा उपलब्धि है. आनेवाले दो-तीन सौ सालों में भी कोई सरकार इस तरह का अस्पताल नहीं बना पायेगा. हमने इतिहास कायम किया है. इस प्रकार एसटीएऩएम अस्पताल के इतिहास को बचाते हुए इसका नाम भी न्यू एसटीएनएम मल्टी स्पेशलिटी हॉस्टपिटल रखने की घोषणा की.
राज्य के चारो जिले के जिला अस्पतालों के साथ इसका इंटरनेट संपर्क है. जिससे गांववालों को भी उपचार की सभी सुविधा मुहैया होगी. उन्होंने कहा कि अस्पताल निर्माण के बारे में स्थानीय सौ युवाओं को रोजगार मिला है.
यहां पर कैंसर के उपचार की व्यवस्था है तथा गंगतोक से 24 घंटे छह बस निशुल्क रूप में संचालित किया जायेगा. मरिजों के परिजनों तथा सहयोगी के लिए मुफ्त में खाने और रहने की व्यव्स्था के लिए 119 बेड का यात्री निवास बनाया गया है. चारों जिला से मरिजों को लाने के लिए आइसीयू एम्बुलेंस की व्यवस्था की गयी है.
उन्होंने कहा कि यह अस्पताल में पड़ोसी राज्य के दार्जिलिंग व बंगाल को ही नहीं बल्कि पूर्वोत्तर राज्यों को भी लाभ होगा. इसमें टीचिंग अस्पताल का संचालन कर एमबीबीएस के विद्यार्थियों के लिए भी प्रयोग करने की जानकारी दी.
इसी प्रकार देश में सरवाइकल कैंसर रोकने के लिये निःशुल्क टीका लगानेवाला राज्य सिक्किम बताया. इस पर भी विपक्षी दलों के विरोध पर मुख्यमंत्री ने खेद प्रकट किया. उन्होंने कहा कि राज्यवासी के स्वास्थ्य के लिए अच्छे कार्य करने के बाद राजनैतिक दलों ने विरोध किया.
कार्यक्रम में 6 माह के विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके 30 नर्सों का स्वागत किया गया. इसी प्रकार टोल फ्री नबंर 104 भी सार्वजनिक किया गया. समारोह में विशाल चौहान ने स्वागत भाषण रखते हुये कहा कि नये अस्पताल मुख्यमंत्री पवन चामलिंग की परिकल्पना, सोच, दूरदर्शिता व संघर्ष की कहानी बताया.
भवन व आवास विभाग के सचिव आरटी थापा ने तकनीकी रिपोर्ट पेश किया. मौके पर विधान सभा अध्यक्ष केएन राई, स्वास्थ्य मंत्री एके घतानी, वरिष्ठ मंत्रीगण, विधायक, विभागीय प्रमुख समेत जनप्रतिनिधि तथा स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे.

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