गंगा में कटाव का कहर जारी, लोग आतंकित

मालदा : बरसात के मौसम में गंगा नदी के कटाव का कहर अभी भी जारी है. कटाव धीरे धीरे तटवर्ती गांवों को कृषि जमीन समेत लील रही है. पिछले पांच दिनों में शोभापुर-पारदेवनापुर ग्राम पंचायत अंतर्गत गोलापमंडलपाड़ा, परानपाड़ा और घोषपाड़ा इलाके पर कटाव की तलवार लटक रही है. करीब तीन किलोमीटर के दायरे में कटाव […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 15, 2018 3:34 AM
मालदा : बरसात के मौसम में गंगा नदी के कटाव का कहर अभी भी जारी है. कटाव धीरे धीरे तटवर्ती गांवों को कृषि जमीन समेत लील रही है. पिछले पांच दिनों में शोभापुर-पारदेवनापुर ग्राम पंचायत अंतर्गत गोलापमंडलपाड़ा, परानपाड़ा और घोषपाड़ा इलाके पर कटाव की तलवार लटक रही है. करीब तीन किलोमीटर के दायरे में कटाव चल रहा है. इसलिये तटवर्ती गांववाले अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित हैं. इस बीच करीब 100 मीटर चौड़ी कृषि जमीन गंगा के कटाव में समाहित हो गयी है.
मंगलवार को इन गांवों के लोगों को पेड़, झाड़ियों, बांस से कटाव को रोकने का असफल प्रयास करते हुए देखा गया. पारदेवनापुर में करीब एक किमी इलाके को कटाव से बचाने के लिये सिंचाई विभाग जुटा हुआ है. फिलहाल इस इलाके का राधा गोविंद मंदिर और एक स्कूल बचे हुए हैं. हालांकि खतरा अभी भी नहीं टला है. सिंचाई विभाग के मुख्य कार्यकारी इंजीनियर अपनी टीम के साथ सारी रात जागकर कटाव क्षेत्र की पहरेदारी कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार का विभाग फरक्का बैरेज प्राधिकरण ने कटाव को लेकर हाथ खड़ा कर दिये हैं. कहा है कि कटाव को रोकने की सामर्थ्य उनके सामर्थ्य से बाहर है. इस तरह से केंद्र सरकार ने कटाव के संकट से अपना पल्ला झाड़ लिया है.स्थानीय एक निवासी दुलाल सरकार ने बताया कि वर्ष 2016 में गंगा के कटाव में चौधरीपाड़ा, घोषपाड़ा और मंडलपाड़ा गांव समा गये थे. गंगा करीब दो किमी इलाके में फैल गयी है. कृषि जमीन नदी में समा रही है. इसके बाद रिहायशी इलाके में भी नदी लील लेगी. उल्लेखनीय है कि नदी के उस पर मुर्शिदाबाद जिले का धुलियान शहर.
तृणमूल नीत शोभापुर-पादेवनापुर ग्राम पंचायत की प्रधान मिनती मंडल ने बताया कि कटाव रोकने का काम केंद्र सरकार का है. लेकिन बार बार उन्हें सूचित करने पर काम नहीं कर रहे हैं. इसी तरह का आरोप माकपाई नेता और पूर्व प्रधान माया सरकार ने भी लगाया है.
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि इसी तरह से कटाव जारी रहा तो वे लोग कहां जायेंगे. यह सोच सोचकर उनका बुरा हाल है.
वहीं, मालदा जिला सिंचाई विभाग के कार्यकारी इंजीनियर प्रवण कुमार सामंत ने बताया कि फरक्का बैरेज प्राधिकरण के अधिकारियों ने साफ तौर पर कह दिया है कि इस साल वह एक किमी तक कटाव की रोकथाम का काम कर रहे हैं. नये सिरे से पारदेवनापुर में गंगा के उपरी इलाके के तीन किमी दायरे में कटाव शुरु हो गया है. शीर्ष अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया गया है. सोमवार को काफी दूर तक कटाव हुआ है. रात भर जागकर प्रतिरोध के कदम उठाये गये हैं.

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