सत्ता में आये तो मेसी को वापस लायेंगे बंगाल, दिखायेंगे खेल भावना : शुभेंदु
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और नंदीग्राम के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद फुटबॉल विश्व कप के विजयी टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाफ लियोनेल मेसी को पश्चिम बंगाल में लाया जायेगा
सॉल्टलेक स्टेडियम कांड. नेता प्रतिपक्ष ने फुटबॉल प्रेमियों की गिरफ्तारी को लेकर उठाये सवाल, की घोषणा
संवाददाता, कोलकातापश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और नंदीग्राम के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद फुटबॉल विश्व कप के विजयी टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाफ लियोनेल मेसी को पश्चिम बंगाल में लाया जायेगा और एक भव्य कार्यक्रम आयोजित कर खेल भावना को दर्शाया जायेगा. श्री अधिकारी ने कहा कि सॉल्टलेक स्टेडियम में हुई घटना के लिए पूरी तरह के राज्य सरकार व उसका प्रशासन जिम्मेदार है. शुभेंदु अधिकारी ने युवा भारती स्टेडियम में हुई घटना के बाद फुटबॉल प्रेमियों को गिरफ्तार किये जाने की घटना पर सवाल उठाया और पुलिस पर ज्यादती करने और मंत्रियों को बचाने का आरोप लगाया. श्री अधिकारी ने कहा कि फुटबॉल प्रशंसकों को क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है? आपने युवाओं की भावनाओं से खेला है. उन्होंने कहा कि कई युवाओं ने इस इवेंट में शामिल होने के लिए अपनी मेहनत की कमाई खर्च की थी, कुछ ने तो पैसे उधार भी लिये क्योंकि वे अपने पसंदीदा फुटबॉलर लियोनेल मेसी को देखना चाहते थे. उन्होंने यह भी सवाल किया कि राज्य के मंत्री अरूप विश्वास और सुजीत बोस को हिरासत में क्यों नहीं लिया गया. अधिकारी ने कहा कि सबसे पहले अरूप विश्वास को गिरफ़्तार करना चाहिए. उन्होंने चेतावनी देते हुए कि फुटबॉन प्रशंसकों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के नतीजे गंभीर हो सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि अगर भविष्य में इसकी वजह से कोई घटना होती है, तो इसकी ज़िम्मेदारी राज्य के पुलिस मंत्री और पुलिस की होगी.मुख्यमंत्री के इमामों के साथ बैठक पर अधिकारी ने निशाना साधते हुए कहा कि यह केवल डैमेज कंट्रोल का मामला है. सीएम ने घोषणा करने के बाद भी यहां वक्फ कानून को लागू किया और ओबीसी प्रमाण पत्र के नाम पर उनके साथ धोखाधड़ी की. अधिकारी ने कहा कि इमामाें को मुख्यमंत्री के समक्ष ओबीसी सर्टिफिकेट और वक्फ बिल से जुड़े मुद्दे उठाने चाहिए, क्याेंकि स्वयं मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब तक वह ज़िंदा हैं, वक्फ बिल लागू नहीं होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
