सेना-पुलिस में नौकरी का झांसा देने वाले दो आरोपी हुए गिरफ्तार
सेना और पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर एक फर्जी प्रशिक्षण संस्थान चलाने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
बैरकपुर में प्रशिक्षण शिविर चलाकर युवकों से वसूली जा रही थी मोटी रकम
संवाददाता, बैरकपुर.
सेना और पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर एक फर्जी प्रशिक्षण संस्थान चलाने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि संस्थान में नौकरी की चाह रखने वाले युवकों से प्रशिक्षण के नाम पर प्रति व्यक्ति 10 हजार रुपये लिए जाते थे और सेना-पुलिस में नौकरी दिलाने का वादा किया जाता था.
पुलिस के अनुसार, यह घटना उत्तर 24 परगना के बैरकपुर में हुई. गिरफ्तार आरोपियों के नाम गोपाल दास और निर्मल माइती हैं. जांच में पता चला कि बैरकपुर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के बिरला गेट के पास स्थित घनी आबादी वाले इलाके में यह प्रशिक्षण संस्थान संचालित किया जा रहा था. संस्थान में सात से 10 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता था. सूचना के आधार पर बैरकपुर पुलिस आयुक्त मुरलीधर शर्मा के आदेश पर डीसी सेंट्रल इंद्रवदन झा सहित पुलिस टीम ने गुरुवार रात छापा मारा. जांच में लगभग 1,000 अभ्यर्थी पाये गये. दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त किये गये हैं. सूत्रों के अनुसार, निर्मल माइती एक सेवानिवृत्त सैनिक हैं, जिन्होंने सेवा निवृत्ति के बाद यह फर्जी संस्थान बनाया था. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अब तक युवकों से कुल कितनी रकम वसूली गयी.
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