बच्चे की बीमारी के चलते परेशान पिता ने दी जान
बेरोजगार अनीश कभी अपने बड़े भाई के घर तो कभी मोहल्ले में घूमकर लोगों से भोजन मांगकर गुजारा कर रहा था.
दुर्गापुर. रविवार सुबह शहर के चार नंबर वार्ड अंतर्गत इस्पात पल्ली बस्ती में 40 वर्षीय अनीश कुरैशी का शव फंदे से झूलता मिला. इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. शव मिलने की सूचना पर बी-जोन फांड़ी की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए विधान नगर महकमा अस्पताल भेजा. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अनीश पिछले कुछ वर्षों से मानसिक अवसाद से पीड़ित था. कुछ समय पहले पैर में लकवा की शिकायत के बाद उसकी पत्नी और दो बच्चे उसे छोड़कर चले गये थे. बेरोजगार अनीश कभी अपने बड़े भाई के घर तो कभी मोहल्ले में घूमकर लोगों से भोजन मांगकर गुजारा कर रहा था. वह नागार्जुन पुलिया के पास अस्थाई मकान में अकेला रहता था. रविवार सुबह जब परिवार के सदस्य उसके घर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था. आवाज देने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया, तो देखा गया कि अनीश ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी.
बीमार बच्चे के इलाज के लिए कर रहा था संघर्ष
अनीश के बड़े भाई रफीक कुरैशी ने बताया कि पारिवारिक तनाव और आर्थिक तंगी ने उसे तोड़ दिया था. मोहम्मद राज नामक पड़ोसी ने बताया कि अनीश के दो बच्चे हैं, जिनमें से एक कैंसर से पीड़ित है. कुछ दिनों पहले वह बच्चे के इलाज के लिए मुंबई जाने हेतु आर्थिक मदद मांग रहा था, पर पर्याप्त सहायता न मिलने से वह निराश और मानसिक रूप से परेशान था.
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
