सीनियर आइएएस अधिकारी अब सुनेंगे लोगों की शिकायतें
इसके लिए राज्य के 23 जिलों में 23 सीनियर प्रशासनिक आइएएस अधिकारियों को नियुक्त किया गया है.
जिलों में चल रहे विकास कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गयी
कोलकाता. राज्य में चल रहे विकास कार्य को लेकर चुनाव के पहले राज्य सरकार किसी भी तरह की कोताही को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. ऐसे में जारी विकास के कार्यों की मॉनिटरिंग सचिवालय द्वारा की जायेगी. इसके लिए राज्य के 23 जिलों में 23 सीनियर प्रशासनिक आइएएस अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. इन सीनियर अधिकारियों को बांग्लार बाड़ी, पथश्री, आमादेर पाड़ाय आमादेर समाधान समेत विभिन्न योजनाओं की मॉनिटरिंग करने और आम जनता की शिकायतें सुनने की खास जिम्मेदारी दी गयी है. राज्य के मुख्य सचिव ने यह निर्देश जारी किया है.
सभी सीनियर अधिकारी जिलों के दौरे के साथ-साथ जिला प्रशासन के साथ कोऑर्डिनेट करेंगे कि संबंधित योजनाओं का काम तय समय में कैसे पूरा किया जा सके. निगम के तहत चल रहे कार्यों की निगरानी शांतनु बसु, पश्चिम मेदिनीपुर जिले में मनीष जैन, पूर्व मेदिनीपुर में विनोद कुमार, पुरुलिया में संजय बंसल, झाड़ग्राम में छोटन लामा, बांकुड़ा में रेशमी कमल, अलीपुरदुआर में कौशिक भट्टाचार्य, जलपाईगुड़ी में दुष्यंत नाड़ियाला, दार्जिलिंग में मौमिता गोदारा बसु, कूचबिहार में राजेश कुमार सिन्हा, कलिम्पोंग में सौमित्र मोहन और उत्तर दिनाजपुर में शुरंजन दास करेंगे. इसके अलावा, मालदा जिले में पी उलगानाथन, मुर्शिदाबाद में पीबी सलीम, दक्षिण दिनाजपुर में सुरेंद्र गुप्ता, दक्षिण 24 परगना में नारायण स्वरूप निगम, हावड़ा में अंतरा आचार्य, नादिया में राजेश पांडे, उत्तर 24 परगना में परवेज सिद्दीकी, हुगली में शरत द्विवेदी, पूर्व बर्दवान में वंदना यादव और पश्चिम बर्दवान में वरुण कुमार राय को जिम्मेदारी दी गयी है.
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