दो वर्षों से लापता युवक को पुलिस ने मिलवाया परिवार से, रायदीघी से बिहार लौटा सैफुद्दीन
पुलिस की कोशिशों से सैफुद्दीन लौटा घर
दो वर्षों से रायदीघी में भटक रहा था सैफुद्दीन
पुलिस की कोशिशों से सैफुद्दीन लौटा घर
कोलकाता. करीब दो वर्षों से लापता युवक को दक्षिण 24 परगना के रायदीघी थाने की पुलिस की कोशिशों से आखिरकार उसका परिवार मिल गया. रायदीघी इलाके में लंबे समय से भटक रहे युवक की पहचान कर पुलिस ने उसे बिहार के घर पहुंचा दिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार, युवक का नाम सैफुद्दीन हक उर्फ अरमान (23) है. पिछले दो वर्षों से वह रायदीघी के अलग-अलग जगहों पर लक्ष्यहीन तरीके से घूमता रहता था. पूछने पर भी सही जवाब नहीं देता था. रायदीघी थाने के पुलिसकर्मी विपुल कर्मकार अक्सर उसे आसपास घूमते देखते और कई बार थाने से उसे खाना भी दिया गया. हाल ही में युवक ने अपने बारे में कुछ जानकारी साझा की. इसके बाद थाना प्रभारी मानस चटर्जी की पहल पर उसकी पहचान पुख्ता करने की प्रक्रिया शुरू की गयी. पुलिसकर्मी विपुल कर्मकार ने जांच-पड़ताल कर उसका पता निकाला और बिहार के दरभंगा जिले के इचराहाटा में रहने वाले परिवार से संपर्क किया. खबर मिलते ही सैफुद्दीन का भाई अजीमुद्दीन हक, जो कर्नाटक में प्रवासी मजदूरी करता है, रायदीघी थाने पहुंचा. परिवार ने बताया कि वे पिछले दो वर्षों से सैफुद्दीन को ढूंढ रहे थे. हालांकि युवक रायदीघी कैसे पहुंचा, यह स्पष्ट नहीं हो सका है. पुलिस का अनुमान है कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हो गया था और इसी कारण घर से भटक गया. दो साल बाद भाई को पाकर अजीमुद्दीन बेहद भावुक हो उठा. उसने कहा कि कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि भाई से फिर मुलाकात होगी. परिवार ने इस मानवीय कार्य के लिए रायदीघी थाने की पुलिस को धन्यवाद दिया.
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