अब कोलकाता में नहीं होगा जल जमाव

कोलकाता नगर निगम ने तैयार किया ब्लू प्रिंट

By SANDIP TIWARI | November 7, 2025 11:15 PM

कोलकाता नगर निगम ने तैयार किया ब्लू प्रिंट

13 नवंबर को निकासी व्यवस्था को केंद्र कर निगम में बैठक

कोलकाता. महानगर में इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है. दुर्गा पूजा के पहले कोलकाता में भारी बारिश हुई थी. इस बारिश के कारण कोलकाता के कई इलाके जलमग्न हो गये थे. सड़कें लबालब भर गयीं थीं. ऐसे में कोलकाता नगर निगम का सीवरेज व ड्रेनेज विभाग जल निकासी व्यवस्था को और अधिक बेहतर करने पर जोर दे रहा है. व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं बनायीं गयीं हैं. इन योजनाओं के ‘क्रियान्वयन’ के लिए कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने हरी झंडी भी दिखा दी है. ऐसे में निगम अब अपने इस ब्लू प्रिंट के तहत कार्य को शुरू करेगा. यह जानकारी शुक्रवार को कोलकाता नगर निगम के सीवरेज व ड्रेनेज विभाग के मेयर परिषद के सदस्य तारक सिंह ने दी. उन्होंने निगम में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस वर्ष मॉनसून में कोलकाता में 320 एमएम तक बारिश हुई है. उनका दावा है कि भारी बारिश होने के बाद भी कोलकाता के 80 फीसदी जगहों से जल निकासी कर दी गयी थी. 20 फीसदी जगहों पर बारिश बंद होने के 8-9 घंटे के भीतर निकासी कर दी गयी.

उन्होंने कहा कि नदी में ज्वार के कारण जल निकासी व्यवस्था कई घंटों तक बाधित रही. इसलिए अब बारिश में भी निकासी हो इसके दक्षिण 24 परगना के विद्याधरी नदी और कोलकाता में गंगा नदी के किनारे लिफ्टिंग स्टेशन बनाया जायेगा. इससे 90 फीसदी पानी की निकासी हो सकेगी. वहीं नदी में ज्वार के दौरान जल निकासी हो सकेगी. उन्होंने बताया कि कोलकाता में गलीपीठ (सड़कों के किनारे जालीदार नाले) का सर्वे किया जा रहा है. आवश्यकता के अनुसार ऐसे कुछ और सीवर लाइन का निर्माण किया जायेगा. उन्होंने बताया कि कोलकाता में सीवर लाइन का डिजिटल मैप तैयार किया गया है. श्री सिंह ने बताया कि कोलकाता में 144 वार्डों में सात हजार बस्तियां हैं. प्रत्येक की ड्रेनेज की जांच करायी जा रही है. वहीं निगम के पास 82 ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन हैं.

उन्होंने कहा कि विद्याधरी नदी की निकासी के लिए राज्य के सिचाईं विभाग से अनुरोध किया जायेगा. साथी ही गंगा नदी की ड्रेजिंग के लिए मेयर व शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम केंद्र सरकार से अनुरोध करेंगे. श्री सिंह ने बताया कि शहर के ड्रेनेज व्यवस्था को बेहतर बनाने और उक्त सभी कार्यों को करने के लिए 13 नवंबर को निगम में बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में निगम के सभी 16 बोरो के ड्रेनेज विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर व अन्य आला अधिकारी हिस्सा लेंगे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है