झांसा देकर सोनागाछी लायी गयीं नौ किशोरियों को मुक्त कराया गया
लालबाजार की टीम ने एक दंपती समेत छह आरोपियों को किया गिरफ्तार
लालबाजार की टीम ने एक दंपती समेत छह आरोपियों को किया गिरफ्तार
कोलकाता. पुलिस ने शहर के सोनागाछी से नौकरी का झांसा देकर देह व्यापार के लिए लायी गयीं नौ किशोरियों को मुक्त कराया है. मामले में एक युवती को भी बचाया गया है. लालबाजार के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) की टीम ने बड़तला थाना क्षेत्र में स्थित गुलू उस्तगार लेन से किशोरियों को मुक्त कराया. घटना में पुलिस ने देह व्यापार के अड्डे के मालिक दंपती समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गये आरोपियों में ब्रॉथल मालिक दंपती का नाम सरस्वती बनर्जी (47) एवं अमित बनर्जी (49) बताया गया है. पुलिस ने चार तस्करों सौमेन हल्दर (34), पूजा मिस्त्री (28), दीप चटर्जी (22) एवं आकाश चौधरी (25) को भी गिरफ्तार किया है. सौमेन दक्षिण 24 परगना के धोलाहाट का रहने वाला है. पूजा दमदम में रहती है. गिरफ्तार आकाश और दीप का घर श्यामनगर में है. किशोरियों की तस्करी करने के बाद इन्हें कोलकाता के बड़तला थाना क्षेत्र में स्थित सोनागाछी इलाके में लाकर इन्हें गिरफ्तार दंपती के घर पर रखा गया था. मुक्त करायी गयी युवती व किशोरियों को उनके घर भेजने की तैयारी: पुलिस का कहना है कि दुर्गापूजा के पहले बेहतर नौकरी दिलवाने के नाम पर एक युवती व नौ किशोरियों को सोनागाछी में लाकर रखने की जानकारी मिलते ही तुरंत वहां छापामारी अभियान चलाकर गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस की सक्रियता से नौ किशोरियों को सुरक्षित बचा लिया गया है. पुलिस इस घटना में गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों से चरणबद्ध तरीके से पूछताछ कर रही है, जांचकर्ता इस बात की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस तस्करी के गिरोह में और कौन-कौन शामिल हैं. मुक्त करायी गयी किशोरियों को वे कहां भेजने की योजना बना रहे थे.
अच्छी नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर किशोरियों को लाया गया था कोलकाता
पुलिस सूत्र बताते हैं कि मुक्त करायी गयीं किशोरियों से प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार आरोपी उन्हें कोलकाता में बेहतर नौकरी दिलवाने का लालच देकर यहां लाये थे. उन्हें कहा गया था कि कोलकाता में बड़ी कंपनियों के दफ्तर में नौकरी दी जायेगी. उन्हें प्रतिमाह तनख्वाह के तौर पर 25 से 35 हजार रुपये मिलेंगे. कोलकाता में रहकर यह नौकरी करनी होगी. यह कहकर किशोरियों को नौकरी ज्वाइन कराने के नाम पर कोलकाता लाया गया था. यहां आने के बाद उन्हें सोनागाछी में एक ठिकाने पर रखा गया. बाद में किशोरियों को तस्करों की बातों से संदेह हुआ कि उनसे जबरन देह व्यापार कराने के लिए यहां लाया गया है. जांचकर्ताओं को यह भी संदेह है कि कोलकाता में कुछ दिन तक देह व्यापार कराने के बाद इन किशोरियों की अन्य राज्यों में तस्करी की योजना भी आरोपियों ने बनायी थी, हालांकि, इससे पहले ही नाबालिगों को बचा लिया गया. किशोरियों को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से यहां लाया गया था
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