केंद्र से फंड नहीं मिल पाने से तिलपाड़ा बैराज का मरम्मत कार्य अधर में : मंत्री

राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुइयां ने तिलपाड़ा बैराज की मरम्मत में बाधा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. मंगलवार को मंत्री ने बैराज के मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि तिलपाड़ा बैराज में दरारें पहले से ही दिखायी दे रही थीं.

By BIJAY KUMAR | August 12, 2025 11:02 PM

कोलकाता.

राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुइयां ने तिलपाड़ा बैराज की मरम्मत में बाधा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. मंगलवार को मंत्री ने बैराज के मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि तिलपाड़ा बैराज में दरारें पहले से ही दिखायी दे रही थीं. नवंबर 2019 में पुल की जांच के दौरान डिवाइडर में पहली बार दरार देखी गयी थी. केंद्र को इसकी सूचना तुरंत दी गयी थी. सिंचाई मंत्री ने दावा किया कि केंद्र ने आश्वासन दिया था कि मरम्मत के लिए 70 प्रतिशत धनराशि विश्व बैंक के माध्यम से ऋण के रूप में उपलब्ध करायी जायेगी. शेष राशि राज्य सरकार देगी. मंत्री ने आरोप लगाया कि इसके बाद केंद्र की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. मानस भुइयां ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा : अगर केंद्र ने वर्ष 2019-22 के बीच तिलपाड़ा बैराज की मरम्मत के लिए पैसा दिया होता, तो हम अब तक काम शुरू कर चुके होते. लेकिन जब मैंने देखा कि केंद्र और पैसा नहीं देगा, तो हमें मजबूरन काम शुरू करना पड़ा. लेकिन बारिश के कारण काम बार-बार बाधित हो रहा है. फिलहाल, हम इस माॅनसून के मौसम में बैराज को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. बाद में, इस बैराज की पूरी तरह से मरम्मत की जायेगी. अन्य बैराजों की भी जांच की जायेगी. राज्य के सिंचाई मंत्री ने कहा कि मरम्मत का काम जुलाई तक पूरा होना था. लेकिन बारिश के कारण काम बाधित हो गया. उसके बाद, युद्धस्तर पर काम शुरू हुआ. लेकिन फिर से बारिश के कारण काम में देरी हो रही है. मानस भुइयां ने बताया कि तिलपाड़ा बैराज की मरम्मत के लिए आइआइटी रुड़की के प्रोफेसर और बांध विशेषज्ञ ज़ुल्फिकार अहमद से सलाह ली गयी है. केंद्रीय जल आयोग से भी सलाह ली गयी है.

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