ममता बनर्जी ने आंदोलनरत किसानों से की बात, कहा- कानून में संशोधन नहीं, रद्द करने की करें मांग

Bengal news, Kolkata news : किसान आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला तेज कर दिया है. शुक्रवार को राज्य के सभी जिलों के तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक के पहले ही सुश्री बनर्जी ने फोन पर दिल्ली- हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर मौजूद आंदोलनरत कुछ किसानों से बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया. मुख्यमंत्री ने आंदोलनरत किसानों से कहा कि वह कानून में संशोधन करने की बजाय, उसे रद्द करने की मांग करें. हम उनके साथ हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2020 4:39 PM

Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : किसान आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला तेज कर दिया है. शुक्रवार को राज्य के सभी जिलों के तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक के पहले ही सुश्री बनर्जी ने फोन पर दिल्ली- हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर मौजूद आंदोलनरत कुछ किसानों से बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया. मुख्यमंत्री ने आंदोलनरत किसानों से कहा कि वह कानून में संशोधन करने की बजाय, उसे रद्द करने की मांग करें. हम उनके साथ हैं.

मुख्यमंत्री ने एकजुटता दिखाते हुए कहा कि वह भी 3 नये कृषि कानूनों के पक्ष में नहीं हैं, जिनका विरोध किसान कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने पहले ही केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि यदि वह उक्त कानूनों को वापस नहीं लेगी, तो तृणमूल कांग्रेस देशव्यापी आंदोलन करेगी. इधर, इसी दिन सांसद और तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन ने सिंघु बॉर्डर पर पहुंचकर किसानों से मुलाकात भी की है. उन्होंने आंदोलनरत किसान संगठनों के नेताओं से बातचीत की.

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सांसद और तृणमूल नेता काकोली घोष दस्तीदार का कहना कि सुश्री बनर्जी किसानों के अधिकारों के लिए पहले से ही आंदोलनरत हैं. वर्ष 2006 में उन्होंने सिंगुर के किसानों के हित में आवाज उठायी थी, जिसका व्यापक प्रभाव पड़ा था.

Posted By : Samir Ranjan.

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