देवी काली की क्षतिग्रस्त मूर्ति पर राजनीतिक घमासान

दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप में देवी काली की क्षतिग्रस्त मूर्ति को लेकर बुधवार को राजनीतिक घमासान शुरू हो गया. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया, जबकि तृणमूल ने भाजपा पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश का आरोप लगाया.

By BIJAY KUMAR | October 22, 2025 11:10 PM

कोलकाता.

दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप में देवी काली की क्षतिग्रस्त मूर्ति को लेकर बुधवार को राजनीतिक घमासान शुरू हो गया. विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया, जबकि तृणमूल ने भाजपा पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश का आरोप लगाया. वैसे पुलिस ने लोगों से ‘गलत सूचना’ पर विश्वास न करने की अपील करते हुए कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की ‘गिरफ्तारी और पहचान’ के लिए जांच की जा रही है. अधिकारियों के अनुसार, यह घटना काकद्वीप विधानसभा क्षेत्र में सूर्यनगर ग्राम पंचायत क्षेत्र के एक गांव में हुई, जहां स्थानीय लोगों को एक मंदिर में देवी काली की क्षतिग्रस्त मूर्ति मिली थी. यह भी आरोप लगा है कि पुलिस के प्रिजन वैन में क्षतिग्रस्त मूर्ति को ले जाया गया. इस घटना पर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि यह कृत्य ‘जिहादी तत्वों’ ने किया. उन्होंने राज्य सरकार पर घटना को ‘दबाने’ का प्रयास करने का आरोप लगाया. इस दिन अधिकारी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘वीडियो में दिख रहे दृश्य को बांग्लादेश समझने की भूल न करें, यह पश्चिम बंगाल की मौजूदा स्थिति है. मैंने बार-बार कहा है कि पश्चिम बंगाल को पश्चिमी बांग्लादेश में बदलने की साजिश चल रही है. अगर हिंदू अभी नहीं जगे, तो आने वाले दिनों में बहुत बड़ा खतरा है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन ने शुरू में इस मुद्दे को प्रकाश में आने से रोकने की कोशिश की थी. भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने भी राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह घटना “तृणमूल कांग्रेस सरकार की प्रशासनिक उदासीनता का स्पष्ट प्रतिबिंब है.” भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर वीडियो (जिसकी सत्यता की पुष्टि प्रभात खबर ने नहीं की है) पोस्ट किया है.

इधर, पश्चिम बंगाल पुलिस ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “काकद्वीप में हुई एक घटना के बारे में कुछ लोग गलत सूचना फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. तथ्य यह है कि सूर्यनगर ग्राम पंचायत के एक गांव के मंदिर में देवी काली की मूर्ति क्षतिग्रस्त पायी गयी. इस शरारत के पीछे के व्यक्ति/व्यक्तियों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं. घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.”

पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने क्षतिग्रस्त मूर्ति के मुद्दे पर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था और विसर्जन करने से इनकार कर दिया था. पुलिस ने कहा, “पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जाम हटाने के लिए घंटों तक समझाया, क्योंकि जनता को गंभीर असुविधा हो रही थी और मरीजों को ले जा रही एम्बुलेंस भी फंसी हुई थीं. जब प्रदर्शनकारी नहीं माने और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया. इसके बाद मूर्ति विसर्जन की प्रक्रिया शुरू की गयी.”

तृणमूल ने भाजपा पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश का आरोप लगाया है. तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता ने कहा, ‘‘भाजपा इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने और माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है. पुलिस को जांच पूरी करने दीजिए. हम इस इलाके में सौहार्द बिगाड़ने की किसी भी कोशिश की निंदा करते हैं” अधिकारियों ने बताया कि इलाके में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है तथा किसी भी तरह की स्थिति को बढ़ने से रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.

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