चुंचुड़ा श्मशान में पांच दिन से बिजली गुल, शवदाह बाधित

विगत 21 मई की रात आये भीषण तूफान ने हुगली के चुंचुड़ा इलाके में भारी तबाही मचायी थी.

By SUBODH KUMAR SINGH | May 27, 2025 1:00 AM

प्रतिनिधि, हुगली

विगत 21 मई की रात आये भीषण तूफान ने हुगली के चुंचुड़ा इलाके में भारी तबाही मचायी थी. तूफान को पांच दिन बीत जाने के बावजूद कई क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य नहीं हो सका है. विशेष रूप से चुंचुड़ा नगरपालिका के वार्ड 30 और आसपास के बंडेल, देवानंदपुर, कोदालिया एक और दो ग्राम पंचायत क्षेत्रों में बिजली सेवा अभी भी पूरी तरह ठप है.

सबसे गंभीर स्थिति श्यामबाबू श्मशान घाट की है, जहां तूफान के दौरान बिजली के खंभे टूट जाने से इलेक्ट्रिक चूल्हे बंद पड़े हैं. इसके चलते शवदाह की प्रक्रिया पूरी तरह से बाधित है. लोगों को मजबूरन त्रिवेणी या चंदननगर जैसे दूरस्थ श्मशानों का रुख करना पड़ रहा है. श्मशान परिसर में स्थित पीस हेवन सेवा गृह, जहां चार शवों को डीप फ्रीजर में सुरक्षित रखा जा सकता है, वह सुविधा भी बिजली नहीं होने के कारण काम नहीं कर रही है.

विधायक ने लिया जायजा, जताई चिंता : स्थानीय विधायक असित मजूमदार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और जल्द सेवा बहाली का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाएं नियंत्रण में नहीं होतीं, लेकिन ऐसी स्थिति में भी अत्यावश्यक सेवाएं जैसे इलेक्ट्रिक चूल्हे इतने दिनों तक क्यों बंद हैं, यह गंभीर प्रश्न है.

पहले कभी इस तरह की परिस्थिति नहीं हुई थी. विधायक ने यह भी जानकारी दी कि आगामी वित्तीय वर्ष में विधायक निधि से श्मशान घाट में जनरेटर लगाने की योजना बनायी जा रही है, ताकि भविष्य में किसी आपदा के समय सेवा बाधित न हो.

तूफान में 36 पेड़ गिरे थे व 18 बिजली के खंभे टूटे थे : चुंचुड़ा नगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के सीआइसी जयदेव अधिकारी ने बताया कि तूफान में लगभग 36 पेड़ गिरे थे और 18 बिजली के खंभे टूटे थे. पेड़ हटा दिये गये हैं और बिजली विभाग द्वारा मरम्मत का कार्य जारी है. उन्होंने स्वीकार किया कि इलेक्ट्रिक चूल्हे अब तक क्यों शुरू नहीं हुए, इसकी जानकारी नहीं है और इस स्थिति से एसडीओ को अवगत कराया जायेगा.

सीआइसी ने यह भी बताया कि कोलकाता मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (केएमडीए) और स्टेट अर्बन डेवलपमेंट एजेंसी (सुडा) की ओर से जनरेटर लगाने की योजना प्रक्रिया में है, जिससे भविष्य में ऐसी परेशानी न हो.

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