विश्वकर्मा पूजा पर छुट्टी के लिए सीयू बाध्य नहीं : शांता
भले ही सरकार अब इसे अवकाश घोषित कर दे, फिर भी विश्वविद्यालय को अपनी छुट्टियां स्वयं तय करने की स्वायत्तता है.
कोलकाता. शैक्षणिक स्वायत्तता को लेकर उठे एक नये विवाद में कलकत्ता विश्वविद्यालय (सीयू) की कार्यवाहक कुलपति शांता दत्ता ने बुधवार को कहा कि यह संस्थान परिसरों और संबद्ध महाविद्यालयों में विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर अवकाश घोषित करने के राज्य सरकार के फैसले को मानने के लिए बाध्य नहीं है. वीसी ने कहा : विश्वकर्मा पूजा पर पहले भी सीयू में अवकाश नहीं रहा है. इस वर्ष की शुरुआत में तैयार किये गये शैक्षणिक कैलेंडर में इसे शामिल नहीं किया गया था. भले ही सरकार अब इसे अवकाश घोषित कर दे, फिर भी विश्वविद्यालय को अपनी छुट्टियां स्वयं तय करने की स्वायत्तता है. उन्होंने कहा कि कुछ संबद्ध महाविद्यालयों ने भले ही बंद करने का फैसला किया हो, लेकिन सीयू का मुख्य परिसर और कई अन्य खुले रहे. कार्यवाहक कुलपति ने कहा : यह मेरा अपना फैसला नहीं था. विश्वविद्यालय के संबंधित पक्षों और रजिस्ट्रार की भी यह राय है. विश्वविद्यालय के सुचारू संचालन के लिए हमें अपने कार्यदिवस बचाने होंगे. वीसी के इस रुख पर टीएमसीपी के प्रदेश अध्यक्ष तृणांकुर भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि वह जान-बूझकर किसी और को खुश करने के लिए शिक्षा विभाग के साथ टकराव की राह पर चल रही हैं.
भट्टाचार्य ने कहा : उन्होंने 28 अगस्त को 30,000 उम्मीदवारों को परीक्षा पत्र लिखने के लिए मजबूर करके और उन्हें असुविधा में डालकर हमारे संगठन के स्थापना दिवस पर अनावश्यक रूप से विवाद खड़ा कर दिया. वह सोचती हैं कि वह संस्थान से ऊपर हैं. वह अवैध रूप से कुलपति की कुर्सी पर काबिज हैं, जबकि उनका कार्यकाल महीनों पहले ही समाप्त हो चुका है. उन्होंने कहा : विश्वकर्मा पूजा लंबे समय से विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में अवकाश के रूप में मनायी जाती रही है. लेकिन वीसी अपने कृत्य से विद्यार्थियों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही हैं.
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