तृणमूल विधायक के हंगामे के बाद चुनाव आयोग का सख्त रुख, सुनवाई केंद्र में बीएलए की ‘नो इंट्री’
एसआइआर सुनवाई केंद्र के अंदर बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) को जाने की अनुमति नहीं होने पर चुंचुड़ा के तृणमूल विधायक असित मजूमदार का गुस्सा इस कदर फूटा कि वह सोमवार को चुंचुड़ा-मगरा ब्लॉक कार्यालय पहुंचे और हंगामा करते हुए सुनवाई रुकवा दी.
कोलकाता. एसआइआर सुनवाई केंद्र के अंदर बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) को जाने की अनुमति नहीं होने पर चुंचुड़ा के तृणमूल विधायक असित मजूमदार का गुस्सा इस कदर फूटा कि वह सोमवार को चुंचुड़ा-मगरा ब्लॉक कार्यालय पहुंचे और हंगामा करते हुए सुनवाई रुकवा दी. विधायक की इस हरकत के कारण करीब दो घंटे तक सुनवाई बंद रही और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. यह खबर मिलते ही चुनाव आयोग ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को आदेश देते हुए कहा सुनवाई केंद्र में किसी भी हालत में बीएलए को जाने की अनुमति नहीं होगी. आयोग ने यह भी कहा है कि अगर किसी राजनीतिक दल का बीएलए सुनवाई केंद्र में घुसता है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. साथ ही किसी भी हाल में सुनवाई प्रकिया रोकी नहीं जायेगी. अगर सुनवाई केंद्र में सुनवाई रोकी जाने की खबर मिलती है, तो वहां तुरंत डीएम को पहुंचना होगा. गौरतलब है कि रविवार को तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी ने तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं को सुनवाई केंद्र में जाने के लिए कहा था. इसके बाद ही सोमवार को चुंचुड़ा-मगरा ब्लॉक कार्यालय में विधायक पहुंच गये. आयोग ने इस संबंध में सीइओ कार्यालय से जवाब मांगा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
