दृष्टिकोण व रंगों के उत्सव थीम पर सजेगा हाजरा पार्क दुर्गोत्सव
कलाकार बिमान साहा की परिकल्पना में रंगों से गढ़ा जायेगा संदेश
कलाकार बिमान साहा की परिकल्पना में रंगों से गढ़ा जायेगा संदेश कोलकाता. दक्षिण कोलकाता का प्रसिद्ध हाजरा पार्क दुर्गोत्सव इस साल अपने 83वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. 1942 में कोलकाता नगर निगम के तत्कालीन मेयर सुभाष चंद्र बोस की पहल पर शुरू हुई इस पूजा का उद्देश्य समाज के उन वर्गों को जोड़ना था, जो लंबे समय से मुख्यधारा के उत्सवों से वंचित रहे थे. इस वर्ष मंडप का थीम है- दृष्टिकोण व रंगों के उत्सव. इसे ख्यातिप्राप्त कलाकार बिमान साहा ने परिकल्पित किया है. इस थीम के तहत रंगों को केवल दृश्य आनंद ही नहीं, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति और भावनाओं की भाषा के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा. कलाकार का मानना है कि हर रंग व्यक्ति के विचार, भावनाओं और दर्शन को प्रकट करता है. जब ये रंग देवी दुर्गा के स्वरूप पर प्रवाहित होते हैं, तो वे एक मौन काव्य की रचना करते हैं. बिना शब्दों की कही कहानियां, जो कलाकार के हृदय से निकलकर पंडाल में साकार होती हैं. हाजरा पार्क दुर्गोत्सव समिति के संयुक्त सचिव सायन देब चटर्जी ने कहा कि रंग दुनिया के लिए सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि उसकी धड़कन हैं. हर रंग एक भावना समेटे है. प्रेम की गर्माहट, विरोध की आग, दृढ़ विश्वास का साहस और आशा की चमक. ‘दृष्टिकोण’ के जरिये हम लोगों को आमंत्रित कर रहे हैं कि वे प्रत्यक्ष से परे देखें और समझें कि कैसे रंग देवी के स्वरूप के साथ-साथ हमारी सोच को भी आकार देते हैं. उन्होंने बताया कि इस साल का पंडाल और मूर्ति रंगों की बहुआयामी प्रकृति को प्रदर्शित करेंगे. यह थीम हर कलात्मक विवरण, डिजाइन की परतों और उत्सव के हर कोने में जीवंत दिखायी देगा.
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