विटामिन डी की कमी से मधुमेह का खतरा

कोलकाता : विटामिन ‘डी’ की कमी से अनेक प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं. मधुमेह (डायबिटीज) होने का खतरा सबसे अधिक होता है. संतुलित आहार नहीं लेने से इस प्रकार की परेशानी होती है. एनआरएस अस्पताल के डॉक्टर पीतांबर राय का कहना है सूरज की रोशनी के संपर्क में आने पर त्वचा विटामिन डी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2016 8:03 AM
कोलकाता : विटामिन ‘डी’ की कमी से अनेक प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं. मधुमेह (डायबिटीज) होने का खतरा सबसे अधिक होता है. संतुलित आहार नहीं लेने से इस प्रकार की परेशानी होती है.
एनआरएस अस्पताल के डॉक्टर पीतांबर राय का कहना है सूरज की रोशनी के संपर्क में आने पर त्वचा विटामिन डी का स्वाभाविक तौर पर निर्माण करती है. संतुलित आहार के अलावा लोग बाहरी गतिविधियों (धूप सेंकना) पर भी कुछ समय देकर बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं.
विटामिन डी शरीर में कैलशियम अवशोषित करने में मदद करता है, जो अस्थियों व मांसपेशियों को स्वस्थ बनाये रखने में सहायता करता है. जिन लोगों में विटामिन डी की कमी है, उन्हें मोटापा से पीड़ित होने की आशंका ज्यादा होती है. विटामिन डी का स्तर सीधे तौर पर ग्लूकोज से जुड़ा हुआ है. संतुलित आहार नहीं लेने पर गर्भवती महिलाएं डायबिटीज का शिकार हो जाती हैं. ऐसा विटामिन डी की कमी से होता है.
मोटापा कम करता है नींबू
नींबू हर मौसम का साथी है. नींबू त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी लाभकारी है. इसके साथ ही वजन कम करने का भी इलाज है. इसी कारण डॉक्टर भी नींबू का इस्तेमाल करने पर जोर डालते हैं.
लोग नींबू का इस्तेमाल करने से मोटापा के साथ-साथ अन्य बीमारियों से बच सकते हैं. एनआरएस अस्पताल के डॉक्टर पवन राय का कहना है आप यदि सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित हैं, तो नींबू की कुछ बूंदे आपको राहत दे सकती हैं.
दांतों में दर्द हो रहा है, तो ताजा नींबू लगाने से राहत मिलती है. रोज सुबह गुनगुने पानी में नींबू की कुछ बूंदे और शहद मिलाकर पीने से वजन कम होता है. अगर आपके पैर फटे हुए और रुखे हैं, तो नींबू का इस्तेमाल करें. यह पैरों को मुलायम बनाता है.