हावड़ा में एक ही परिवार के 4 लोग जिंदा जले, जॉयनगर के सनारिया-सिंहपाड़ा गांव में हुई घटना

4 People of Same Family Burnt Alive: हावड़ा जिले में एक ही परिवार के 4 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गयी. इस घटना में दादी-पोती और पति-पत्नी जिंदा जल गये. जॉयनगर के सौरिया गांव में हुई इस की जांच में पुलिस जुट गयी है. परिवार का एक सदस्य रोजी-रोटी कमाने के लिए दूसरे राज्य में गया हुआ है.

By Mithilesh Jha | December 22, 2025 6:26 PM

4 People of Same Family Burnt Alive: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे हावड़ा जिले में एक हृदयविदारक घटना हुई है. एक ही परिवार के 4 लोग जिंदा जल गये हैं. इनमें 14 साल की बच्ची से लेकर 75 साल के बुजुर्ग शामिल हैं. हावड़ा जिले के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.

बुजुर्ग समेत 4 लोगों की हो गयी मौत

अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जिले में एक घर में आग लग गयी और इसमें एक ही परिवार के 4 सदस्य जिंदा जल गये. सभी की मौत हो गयी. घटना जॉयपुर थाना क्षेत्र के सनारिया-सिंहपाड़ा गांव में रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात हुई. मृतकों की पहचान दुर्योधन दोलुई (75), उनके बेटे दूध कुमार दोलुई (40), बहू शिबानी दोलुई (38) और पोती शम्पा दोलुई (14) के रूप में हुई है.

4 People of Same Family Burnt Alive: पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा

घटना की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने झुलसे शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. आशंका जतायी जा रही है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगने के बाद गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया और पूरा घर जलकर राख होगया. इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है.

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आग लगने के कारणों की जांच कर रही पुलिस

अधिकारियों ने कहा कि कच्चे मकान में आग कैसे लगी, इसका पता लगाने के लिए जांच चल रही है. बताया कि आग लगने के बाद दमकल के 2 वाहनों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू किया. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए उलुबेरिया के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि परिवार बेहद गरीब था. दूध कुमार का एक बेटा भी है, जो राज्य के बाहर प्रवासी मजदूर है.

अर्धनिर्मित मकान में रहता था दोलुई परिवार

पुलिस ने बताया कि मकान अर्धनिर्मित था. इस मकान में दूध कुमार दोलुई अपने पिता दुर्योधन दोलुई, पत्नी अर्चना और नौंवी कक्षा में पढ़ने वाली बेटी शम्पा के साथ रहता था. रविवार देर रात गांव में एक मेले का आयोजन हुआ था. इस मेले में दोलुई परिवार के सभी सदस्य गये हुए थे. रात को घर लौटने के बाद सभी खाना खाकर सो गये. करीब एक बजे स्थानीय लोगों ने देखा कि घर से आग की लपटें निकल रहीं हैं. इसी बीच गैस सिलेंडर के फटने की भी आवाज सुनी गयी. पलक झपकते ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया.

लपटें इतनी भयावह थीं कि कोई बाहर न निकल सका

स्थानीय लोगों ने कहा कि आग की लपटें इतनी भयावह हो गयीं कि कोई घर से बाहर नहीं निकल सका. सभी की जलने से मौत हो गयी. खबर पाकर मौके पर दमकल विभाग के तीन इंजन पहुंचे, लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था. चारों शवों को बुरी तरह से झुलसी हालत में घर से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पुलिस को आशंका है कि घर के अंदर पटाखा भी हो सकता है.

आग कैसे लगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है. फॉरेंसिक टीम मामले की जांच करके रिपोर्ट देगी. पड़ोसियों के बयान सुनने और घटनास्थल की जांच करने के बाद ऐसा लगता है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी और इसी दौरान गैस सिलेंडर फट गया. फॉरेंसिक रिपोर्ट मिलने के बाद मामला स्पष्ट होगा. चारों शव पूरी तरह से झुलस गये थे.

सुबीमल पाल, एसपी, ग्रामीण हावड़ा

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