जिस्मफ‍रोशी की दलदल से बचायी गयी नाबालिग, तीन गिरफ्तार

कोलकाता : विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल ब्रांच ने न्यूटाउन इलाके में एक घर में चलाये जा रहे जिस्मफरोशी के धंधे से एक सोलह वर्षीय किशोरी को बचाते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इंटरनेशनल जस्टिस मिशन (आइजेएम) के सहयोग से ही बुधवार को पुलिस ने उक्त तीनों लोगों को गिरफ्तार करते हुए एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2019 2:55 AM

कोलकाता : विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल ब्रांच ने न्यूटाउन इलाके में एक घर में चलाये जा रहे जिस्मफरोशी के धंधे से एक सोलह वर्षीय किशोरी को बचाते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इंटरनेशनल जस्टिस मिशन (आइजेएम) के सहयोग से ही बुधवार को पुलिस ने उक्त तीनों लोगों को गिरफ्तार करते हुए एक किशोरी को बचाया. गिरफ्तार तीनों के नाम सुपर्णा मंडल (42), अभिजीत मंडल (37) और पायल हीरा (19) हैं.

कथित रूप से तीनों मिलकर पिछले कई माह से घर में ही दो कमरों के अपार्टमेंट में देह व्यापार का धंधा चला रहे थे. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार सुपर्णा मंडल मूल आरोपी है, जो ग्राहकों के साथ सौदा कर नाबालिग लड़कियों को अपने आवास पर बुला कर देह व्यापार का धंधा चला रही थी. गरीबी और आर्थिक तंगी का फायदा उठाते हुए नाबालिगों को जबरन इस धंधे में धकेल देती थी.
पुलिस का कहना है कि आईपीसी की धारा 366ए/370/370ए/372/373 और इम्मोरल ट्रैफिकिंग प्रिवेंशन एक्ट और पॉक्शो एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है. इंटरनेशनल जस्टिस मिशन कोलकाता की डॉयरेक्टर ऑफ ऑपरेशन साजी फिलीप ने कहा कि इन दिनों सेक्स रैकेट गिरोह अपना धंधा चलाने के लिए ट्रेंड में बदलाव किये हैं. वर्तमान में नयी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए व्हाट्सएप जैसे मैसेजिंग एप्लिकेशन का उपयोग कर नाबालिगों की तस्वीर अपने ग्राहकों को भेज कर सौदा कर धंधा चला रहे हैं.
इस साल स्कूली लड़कियों को भी ऐसे ही कई मामलों में बचाया गया है. अंतरराष्ट्रीय न्याय मिशन (आइजेएम) एक वैश्विक संगठन है, जो विकासशील देशों में गरीबों को हिंसा से बचाता है. 2006 से आइजेएम कोलकाता सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ यौन तस्करी के पीड़ितों के बचाव और पुनर्वास, अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाने और सार्वजनिक न्याय अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए काम कर रहा है.

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