बंगाल में भाजपा का सदस्‍यता अभियान : 25 लाख बने नये सदस्य

कोलकाता : बंगाल भाजपा ने सदस्यता अभियान के दौरान अभी तक 25 लाख नये सदस्य बनाये हैं, जबकि भाजपा के पुराने सदस्यों की संख्या लगभग 42 लाख थी. उनमें से ज्यादातर सदस्यों की सदस्यता का नवीनीकरण का कार्य पूरा हो गया है. प्रदेश भाजपा ने बंगाल में एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 30, 2019 7:56 PM

कोलकाता : बंगाल भाजपा ने सदस्यता अभियान के दौरान अभी तक 25 लाख नये सदस्य बनाये हैं, जबकि भाजपा के पुराने सदस्यों की संख्या लगभग 42 लाख थी. उनमें से ज्यादातर सदस्यों की सदस्यता का नवीनीकरण का कार्य पूरा हो गया है.

प्रदेश भाजपा ने बंगाल में एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय संयोजक शिवराज सिंह चौहान बुधवार को कोलकाता में प्रदेश भाजपा की सदस्यता अभियान की समीक्षा करेंगे.

पश्चिम बंगाल में सदस्यता अभियान के संयोजक रथींद्रनाथ बोस ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मंगलवार को यह जानकारी दी. इस अवसर पर प्रदेश भाजपा के महासचिव संजय सिंह सहित अन्य उपस्थित थे. श्री बोस ने बताया कि डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती 6 जुलाई से सदस्यता अभियान शुरू हुआ था तथा यह 11 अगस्त तक चलेगा.

सदस्यता अभियान बहुत ही संतोषजनक रहा है तथा केंद्रीय नेतृत्व ने सदस्यता अभियान को लेकर संतोष जताया है. उम्मीद है कि एक करोड़ से अधिक सदस्य बनाने के लक्ष्य हासिल करने में सफल रहेंगे.

प्रदेश स्तर व जिला स्तर के नेता फिलहाल ब्लॉक और बूथ स्तर पर विस्तारक के रूप में कार्य कर रहे हैं. प्रत्येक दिन ती-चार लाख सदस्य बनाये जा रहे हैं. प्राथमिक सदस्यता का कार्य पूरा होने के बाद 12 से 31 अगस्त को सक्रिय सदस्य बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी.

सक्रिय सदस्यों के लिए विस्तारक के दौरान किन बूथों पर कार्य किये हैं. इसका विवरण देना होगा तथा कम से कम 100 प्राथमिक सदस्य बनाने होंगे. यह पूछे जाने पर कि राज्य के विभिन्न इलाकों में जबरन सदस्य बनाये जाने या पैसे लेकर सदस्य बनाने का आरोप लगा है, प्रदेश भाजपा के महासचिव संजय सिंह ने कहा कि भाजपा की सदस्यता नि:शुल्क दी जाती है.

इसमें किसी प्रकार का शुल्क नहीं लगता है. इसके साथ ही जबरन सदस्य बनाने का आरोप पूरी तरह से निराधार है, क्योंकि सदस्यता मोबाइल से बनायी जाती है और मोबाइल में ही ओटीपी आता है. इसलिए बिना सहमति के सदस्य बनाना संभव ही नहीं है.

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