कोलकाता : आतंकवाद का समूल नाश जरूरी

कोलकाता : भारत की वायु सेना द्वारा पाकिस्तान की सीमा में अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाही पर बड़ाबाजार के लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे आवश्यक और जायज बताया. लोगों ने कहा – पाकिस्तान शुरू से ही भारत में आंतकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में आगे रहा है. हाल ही […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 27, 2019 5:19 AM
कोलकाता : भारत की वायु सेना द्वारा पाकिस्तान की सीमा में अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाही पर बड़ाबाजार के लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे आवश्यक और जायज बताया. लोगों ने कहा – पाकिस्तान शुरू से ही भारत में आंतकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में आगे रहा है.
हाल ही में पुलवामा के आंतकी हमले में भी पाकिस्तान के तार जुड़े होने के सबूत मिलने के बाद भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई से अब स्पष्ट हो चला है कि भारत अब आंतकी हमलों पर चुप-चाप नहीं बैठे रहने वाला.
अनिल मूंधड़ा: भारत की वायु सेना और मोदी सरकार का यह कदम वर्तमान समय की एक बड़ी जरुरत थी. बार-बार हो रहे आंतकी हमले के बाद इस तरह की इन घटनाओं पर सिर्फ लीपापोती नहीं बल्कि कार्यवाही करने की जरुरत थी. जो देश की मोदी सरकार और वायु सेना ने कर दिखाया है. जिसके लिए भारत सरकार और वायुसेना दोनों ही बधाई की पात्र है.
मंटू काबरा: यह भारतीय वायु सेना और सरकार का एक साहसिक कदम है, जिस पर आज पूरा देश नाज कर रहा है. इससे भारत के लोगों में आत्मविश्वास बढ़ा है. इसे आंतकवाद के खिलाफ भारत की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई के रुप में देखा जा सकता है. भारत सरकार ने यह साबित कर दिया है कि अब हम आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं बैठने वाले.
बलदेव दम्मानी: भारत सरकार और वायु सेना के इस कदम पर आज पूरा देश गर्व महसूस कर रहा है. सरकार और वायु सेना की आतंकवाद के खिलाफ इस बड़ी कार्रवाई के बाद भारत अब विश्व के सामने एक बड़ी ताकत बनकर उभरेगा. यह सरकार की उपलब्धि है कि उसने आतंकवाद के खिलाफ विश्व भर में अपने लिए एक खास जनमत तैयार कर लिया है.
राजा राठी: वायु सेना के द्वारा पाकिस्तान की सीमा में घुस कर आंतकवादी खेमे को नष्ट किये जाने वाले इस कदम की जितनी भी सराहना की जाये, कम है. यह एक ऐसा साहसिक कदम था, जिसके बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था. आज पूरा देश अपने जाबांज रणबांकुरों को सेल्यूट कर रहा है. हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
चंदू दम्मानी: पुलवामा के हमले के बाद सिर्फ देश के नागरिकों की ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की निगाह भारत के अगले कदम पर थी. यह निश्चित था कि भारत अब और आंतकवादी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा. इस हमले में सबसे बड़ी बात यह थी कि कोई भी आम नागरिक को इससे नुकसान नहीं पहुंचा. यह आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाही थी.
अनंत चांडक: पुलवामा हमले के बाद दु:खी और आक्रोशित भारतीय नागरिकों को इस कार्रवाही से बड़ा सुकून मिला है. भारत की वायु सेना इसके लिए बधाई की पात्र है. यह सेना का साहसिक कदम है. भारत ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिये है कि बहुत हो चुका, अब हम चुप नहीं बैठने वाले. आतंकवाद के खिलाफ भारत कार्रवाही करेगा और हर हाल में करेगा.
गोपी मूंधड़ा, दिनेश सोनी, जयनारायण मूंधड़ा, बसंत बागड़ी, गिरिराज दम्मानी ने भीभारत सरकार और वायु सेना की इस कार्रवाही को जायज ठहराते हुए इस आतंकी हमलों के खिलाफ एक ठोस और आवश्यक कदम बताया.

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