कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस को लोकतंत्र में भरोसा नहीं, पग-पग पर बाधा दे रही ममता सरकार – विजयवर्गीय

कोलकाता : प्रदेश भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को बताया कि राज्य में सत्ताधारी ममता सरकार को भाजपा के बढ़ते कद से अब डर लगने लगा है. इस वजह से वह भाजपा को पग-पग पर बाधा दे रही है. आलम यह है कि लोकतंत्र की दुहाई देनेवाली ममता बनर्जी पंचायत चुनाव में हिंसा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 24, 2019 12:55 AM
कोलकाता : प्रदेश भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को बताया कि राज्य में सत्ताधारी ममता सरकार को भाजपा के बढ़ते कद से अब डर लगने लगा है. इस वजह से वह भाजपा को पग-पग पर बाधा दे रही है. आलम यह है कि लोकतंत्र की दुहाई देनेवाली ममता बनर्जी पंचायत चुनाव में हिंसा के मार्फत विरोधी दलों को नामांकन तक नहीं करने देतीं.
जो लोग उनकी मर्जी के खिलाफ नामांकन कर देते हैं, उनकी हत्या तक कर दी जाती है. अब तक 90 से अधिक भाजपा समर्थकों की हत्या हो चुकी है. अगर उनकी सरकार इतनी ही लोकतांत्रिक है तो भाजपा की लोकतंत्र बचाओ यात्रा को रोकने के लिए प्रशासन का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता. सिर्फ इतना ही नहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीमार होने के बावजूद अगर अपनी पार्टी की सभा करने के लिए बंगाल आना चाहते हैं तो उनके हेलीकॉप्टर को उतरने की मंजूरी तक नहीं दी जाती है.
अपने फेसबुक संबोधन में कैलाश विजयवर्गीय ने मालदा का हवाला देते हुए लिखा है कि झाड़ग्राम में अमित शाह की सभा 23 जनवरी को होने वाली थी, लेकिन हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति रात नौ बजे तक नहीं दी गयी. कार्यकर्ता डीएम दफ्तर के बाहर अनुमति लेने के लिए इंतजार करते रहे और जिलाधिकारी पिछले दरवाजे से खिसक लिये.
हालांकि काफी देर बाद हेलीकॉप्टर के उतरने की अनुमति दी गयी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. लिहाजा उनकी जगह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से सभा करवानी पड़ी. उन्होंने कहा कि हमलोग हर हालात से निपटने के लिए तैयार हैं. लोकतंत्र में हमें यकीन है और हमारा मानना है कि जनता को अगर निष्पक्ष तरीके से वोट देने का मौका मिला तो इस भष्ट्राचारी और अलोकतांत्रिक सरकार को उखाड़ फेंकने में वक्त नहीं लगेगा.
श्री विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल के कोने-कोने में लोग प्रधानमंत्री नरेंद मोदी को सुनना चाहते हैं. लोगों का मानना है कि इस देश को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को ही आना चाहिए, क्योंकि विपक्ष के पास कोई एेसा चेहरा नहीं है जो इस देश का सही तरीके से नेतृत्व कर सके. बंगाल के लोग जिस लोकतंत्र और विकास के लिए वाममोर्चा की सरकार से निजात पाने के लिए ममता बनर्जी की सरकार को लाये थे. उसमें लोगों का मिजाज भांप कर भाजपा ने भी अपना हर संभव सहयोग दिया था.
आज वही ममता और उनकी पार्टी के लोग सबकुछ भूल कर भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर रही हैं. हालांकि जनता सब कुछ याद रखती है और अपना बेहतर समझती है. यही वजह है कि लोग अब इस सरकार से निजात पाने के लिए भाजपा को विकल्प के रूप में पसंद कर रहे हैं. यही वजह है कि भाजपा की सभाओं में उम्मीद से ज्यादा भीड़ हो रही है. इससे मौजूदा सरकार घबरायी हुई है.

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