कोलकाता : आग ने मेडिकल छात्रा की ढाई वर्षों की मेहनत पर फेरा पानी, पुस्तकें, नोटबुक व प्रोजेक्ट जल कर राख

कोलकाता : गरियाहाट मार्केट में शनिवार देर रात लगी आग की चपेट में आने से जहां एक तरफ व्यापारियों का सर्वस्व जल कर नष्ट हो गया, वहीं इस मकान में रहनेवाली मेडिकल की छात्रा के ढाई वर्षों की मेहनत भी आंखों के सामने जल गयी. पीड़ित छात्रा का नाम ऋषिता समाजपति है. उसने आग को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 21, 2019 2:48 AM
कोलकाता : गरियाहाट मार्केट में शनिवार देर रात लगी आग की चपेट में आने से जहां एक तरफ व्यापारियों का सर्वस्व जल कर नष्ट हो गया, वहीं इस मकान में रहनेवाली मेडिकल की छात्रा के ढाई वर्षों की मेहनत भी आंखों के सामने जल गयी.
पीड़ित छात्रा का नाम ऋषिता समाजपति है. उसने आग को लेकर अपनी आपबीती बतायी. ऋषिता कहती है कि देर रात घर के कमरे में सोयी थी.
अचानक आग-आग की शोर को सुनकर नींद खुल गयी. कमरे से बाहर निकलकर देखा तो चारों तरफ धुआं फैला था. वह परिवार के सदस्यों के साथ भागकर मकान के नीचे आ गयी. इसके तुरंत बाद आग की लपटें उसके घर को भी अपनी चपेट में ले ली.
ऋषिता का कहना है, एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के सारे नोट्स आग में जल गये. दूसरे वर्ष के नोट्स व किताबों के अलावा प्रोजेक्ट भी आग में जल गये. इमारत के नीचे खड़े होकर मैं विवश होकर बस बर्बादी का मंजर देख रही थी. ढाई वर्षों की मेहनत चंद मिनटों में मन कचोटते हुए जलते हुए देख रही थी.
10 घंटे में घर जल गया. साथ ही एमबीबीएस की किताबें, नोट्स, प्रोजेक्ट सब जल गये. इन सब से वह कैसे निपटेगी, इस बारे में उसे कोई रास्ता नहीं सूझ रहा.
आग मार्केट के अंदर लगी या बाहर, असमंजस में फॉरेंसिक की टीम
कोलकाता : गरियाहाट में शनिवार देर रात को लगी आग पर काबू पाने के बाद फाॅरेंसिक विभाग की टीम रविवार शाम 4.30 बजे के करीब घटनास्थल पर पहुंची. टीम के सदस्यों ने मार्केट के अंदर व बाहर जाकर आवश्यक नमूने संग्रह किये.
फॉरेंसिक विभाग के अधिकारी वकार रेजा ने बताया कि मार्केट के अंदर व बाहर से कई नमूने संग्रह किये गये हैं. अंदर दुकानों से कुछ जले हुए मैटेरियल व बिजली के तार के नमूने व बाहर मौजूद जले हॉकरों के डालों से सामान के जले नमूने संग्रह किये गये हैं. इसके अलावा बाहर बिजली के खंभे से जले तार के नमूनों को भी लिया गया है. इनकी जांच करने के बाद ही आग के स्त्रोत का पता चल सकेगा.
आग कैसे फैली यह पता नहीं चला :
फिलहाल अब तक की जांच में प्राथमिक अनुमान लगाया जा रहा है कि आग शॉट सर्किट से लगी है. लेकिन आग मार्केट के अंदर लगी या बाहर डालों में लगी जो कि बाद में अंदर फैल गयी. इसका पता नहीं चल सका है.
बचाया नहीं जा सका तीन पक्षियों को
कोलकाता. गरियाहाट आग की वजह से जहां इलाके के लोगों में आतंक और हाहाकार मच गया. इस दौरान इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर वकील सुमन घोष का घर है.
आग की लपटों से घर के बरामदे में रखें पिंजरे में पक्षियों को छटपटाते देखा. उन्होंने तुरंत पिंजरा को खोल दिया. कई पक्षी उड़ गये लेकिन तीन बद्रिका पक्षी की मौत हो गयी.
ज्वलनशील पदार्थों के कारण फैली आग : दमकलमंत्री
कोलकाता : गरियाहाट में शनिवार देर रात मार्केट में लगी आग में दमकल मंत्री सुजीत बोस मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का दौरा कर कहा कि आग पर काबू पाने में दमकलकर्मियों ने एक्टिव रोल प्ले किया है.
उन्होंने कहा कि मार्केट के आसपास काफी अवैध निर्माण किया गया था, जिसमें ज्वलनशील कपड़े व अन्य पदार्थ मौजूद होने के कारण आग तुरंत फैलने लगी.
आसपास इतनी होर्डिंग लगे होने के कारण आग को फैलने में भी मदद मिली. इस बारे में जल्द ही वे मेयर से बात करेंगे और कारगर कदम उठायेंगे.
आग बुझाने में इमारत में लगी होर्डिंग और बिजली ने बढ़ायी मुश्किलें
कोलकाता : शनिवार देर रात को दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट इलाके में आदि ढाकेश्वरी वस्त्रालय बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पाने में दमकल विभाग के कर्मियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
एक दमकल अधिकारी ने बताया कि मार्केट के अंदर बिजली के तारों का अंबार लगा था, इसके कारण आग बुझाने में काफी दिक्कतें हो रही थी.
मार्केट के बाहर बिजली के खंभे में जोरदार आवाज आ रही थी, जिससे आग और भयावह रूप ले रही थी. इसके कारण आग को चारों तरफ से घेरकर काबू पाने की उनकी कोशिश में काफी मुश्किलें आ रही थी.
वहीं खबर पाकर घटनास्थल पर पहुंचे दमकलमंत्री सुजीत बोस ने बताया कि मार्केट के बाहर होर्डिंग्स का अंबार लगा था, इसके कारण आग के स्रोत तक दमकलकर्मी नहीं पहुंच पा रहे थे.
लैडर के इस्तेमाल में भी इसके कारण काफी तकलीफ हो रही थी. मार्केट के अंदर बिजली के तारों को काटकर व होर्डिंग के लिए बनाये गये लोहे के मोटी छड़ों को काटने के बाद ही दमकलकर्मी नजदीक से पहुंचकर आग बुझाना शुरू किये. इन समस्याओं के कारण आग बुझाने में उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
रात भर सड़क पर बैठे रहे व्यवसायी
कोलकाता. दमकल के 19 इंजन लगातार काम कर रहे थे. लेकिन समय बढ़ने के साथ आग की भयावहता भी बढ़ रही थी. ऐसी स्थिति में अपना बाकी बचा सामान समेट कर व्यवसायी सड़क पर बैठ गये.
जितना हो सका दुकान से अपने सामान निकाल कर रास्ते पर जमा करना उन्होंने शुरू किया. आग से बचने के लिए कुछ पत्नी व बच्चे तो कुछ अकेले ही रात भर सड़क बैठे रहे.
रात करीब डेढ़ बजे आग कपड़े की एक दुकान में देखी गयी थी. आग न बुझने पर आम लोगों मे दहशत फैल गयी. दुकान के आसपास के घरों से लोग निकलकर रास्ते पर आने लगे. पत्नी व बच्चे को लेकर रात भर सड़क पर बैठने वाले व्यवसायी ने कहा कि सबकुछ जल गया, उनका घर वहीं हैं.
खबर मिलते ही पत्नी व बच्चे को लेकर वह बाहर आ गये. कई लोगों को सामान बाहर निकालने का मौका नहीं मिला. एक अन्य व्यवसायी ने बताया कि इससे पहले दो बार आग लगी है. कोलकाता नगर निगम को कहा गया था लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया. पहले सावधानी बरती जाती तो यह हालात न होते.

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