दिलीप घोष ने किया पूजा का उदघाटन, कहा : लोगों तक पहुंचने में जुटी है भाजपा आस्था से खिलवाड़ कर रहीं सीएम

कोलकाता : रंगकल स्थित पूजा पंडाल का उदघाटन करते हुए प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पितृपक्ष में पूजा पंडाल का उदघाटन करने की घटना को हिंदू विधि-विधान के खिलाफ बताया और कहा कि हर धर्म के लोगों को अपनी आस्था के मुताबिक उसका पालन करने का हक है. लेकिन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 15, 2018 4:02 AM
कोलकाता : रंगकल स्थित पूजा पंडाल का उदघाटन करते हुए प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पितृपक्ष में पूजा पंडाल का उदघाटन करने की घटना को हिंदू विधि-विधान के खिलाफ बताया और कहा कि हर धर्म के लोगों को अपनी आस्था के मुताबिक उसका पालन करने का हक है. लेकिन किसी के विधि-विधान से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है.
उन्होंने कहा कि आज के दौर में धार्मिक कर्मकांडों का राजनीतिकरण हो गया है. नेता अपनी सुविधाओं के मुताबिक उसका इस्तेमाल कर रहे हैं. यही वजह है कि सभी बड़े दुर्गापूजा के आयोजनों की जिम्मेवारी कोई न कोई राजनेता उठा लिया है. इसलिए पूजा के आयोजन में आंतरिकता का अभाव हो गया है.
पूजा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि मां दुर्गा के मायके आगमन को संयुक्त परिवार के साथ जोड़कर देखा जा सकता है. जहां मां के साथ लक्ष्मी-गणेश, कार्तिक, सरस्वती और केला के साथ पूरा परिवार मौजूद रहता है. सभी अपने-अपने वाहनों के साथ रहते हैं. विभिन्न देवताओं के जो वाहन हैं, वे एकदूसरे के शत्रु होते हैं, लेकिन परिवार का मुखिया भगवान शंकर होते हैं.
सब लोग एक दूसरे के साथ शांति से रहते हैं. यह दर्शाता है कि एक परिवार में विभिन मत या विचार के लोग हो सकते हैं, लेकिन जहां परिवार की बात आती है, वह खुशहाली का प्रतीक बन जाता है.
दूसरी प्रदेश भाजपा के प्रवासी सेल की ओर से दमदम कैंटोंमेंट इलाके की प्राचीन पूजा का आयोजन किया गया था. इसका उद्घाटन दिलीप घोष ने किया. इस मौके पर प्रदेश महासचिव शायंतन बसु, जिलाध्यक्ष चंडीरण राय, विजय शंकर अग्रवाल, राजेंद्र सिंह, केबी गिरि समेत कई लोग मौजूद थे. कार्यक्रम का संचलान प्रवासी सेल के संयोजक कामेश्वर तिवारी ने किया.

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