भाजपा के मिशन बंगाल के लिए जून में आयेंगे अमित शाह
कोलकाता : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अप्रैल-मई में बंगाल आने वाले थे, लेकिन पंचायत चुनाव की वजह से उनका दौरा टल गया था. चुनाव खत्म होने के बाद उन्होंने बंगाल आने का संकेत दे दिया है. उनका प्रस्तावित दौरा जून महीने में होने वाला है. इसको लेकर प्रदेश भाजपा ने अपनी तैयारी शुरू कर दी […]
कोलकाता : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अप्रैल-मई में बंगाल आने वाले थे, लेकिन पंचायत चुनाव की वजह से उनका दौरा टल गया था. चुनाव खत्म होने के बाद उन्होंने बंगाल आने का संकेत दे दिया है. उनका प्रस्तावित दौरा जून महीने में होने वाला है. इसको लेकर प्रदेश भाजपा ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार, पंचायत चुनाव में मिली सफलता से भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व खुश है. जिस तरह से भाजपा कांग्रेस और वामपंथियों को पीछे छोड़ते हुए तृणमूल कांग्रेस के विकल्प के रूप में उभरी है, उससे केंद्रीय नेतृत्व अपनी सफलता मान रहा है. लिहाज नयी रणनीति के अनुसार भाजपा पहले अपने जीते उम्मीदवारों को सुरक्षा देने के साथ उनका दल बदल रोकने की दिशा में आगे बढ़ रही है तो दूसरी ओर चुनाव जीतनेवालों को जिला स्तर पर सम्मानित करने के साथ बड़े पैमाने पर कोलकाता में समारोह करके उनको सम्मानित करने का निर्णय लिया है.
खबर है कि प्रदेश भाजपा की योजना के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के बंगाल दौरे के दिन कोलकाता में पंचायत चुनाव में उम्मीदवार बने तकरीबन 36 हजार लोगों को एक साथ बुलाने के अलावा सबकी मौजूदगी में जीते उम्मीदवारों को सम्मानित किया जायेगा. इसके बाद शाह की दो बड़ी सभा करने की भी योजना है.
एक सभा उत्तर बंगाल में तो दूसरी सभा दक्षिण बंगाल में होगी. इसके अलावा अमित शाह ने जो टास्क प्रदेश भाजपा के नेताओं को दिया था उसका वह हिसाब लेंगे. कुल मिलाकर अमित शाह के एजेंडे में पार्टी का संगठन बढ़ाने के साथ ममता बनर्जी को उनके ही घर में घेरने की योजना है. इसके लिए पंचायत चुनाव में हुई हिंसा को सामने लाया जायेगा.
इसके साथ ही फेडरल फ्रंट के गठन की कवायद कर रही ममता बनर्जी जिस तरह से क्षेत्रीय दलों को लामबंद करने में जुटी हुई है, उनको रोकने के लिए पंचायत चुनाव में हुई हिंसा और वोट लूटने की घटना को शाह प्रमुखता से उभारेंगे. ऐसा प्रदेश मुख्यालय में बैठने वाले भाजपा नेताओं का मानना है. फिलहाल अपने कार्यकर्ताओं को सुरक्षा देना प्रदेश भाजपा की अहम जिम्मेवारी है, उसको निभाने के लिए दिल्ली से संदेश आ गया है.
