जेयू ने जल निकायों की बाड़बंदी के लिए शिक्षा विभाग से मांगी 1.02 करोड़ की सहायता
छात्रा की मौत के बाद बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत
छात्रा की मौत के बाद बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत
कोलकाता. जादवपुर यूनिवर्सिटी (जेयू) ने परिसर में स्थित पांच जल निकायों की बाड़बंदी के लिए शिक्षा विभाग से 1.02 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता का अनुरोध किया है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार लोक निर्माण विभाग ने बाड़बंदी का विस्तृत अनुमान तैयार कर उसे मंजूरी के लिए शिक्षा विभाग को भेज दिया है. अब विश्वविद्यालय विभाग के अंतिम निर्णय की प्रतीक्षा कर रहा है. करीब दो महीने पहले परिसर के एक तालाब में तृतीय वर्ष की एक छात्रा की डूबने से मौत के बाद परिसर की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे. इसके बाद सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में कई कदम उठाये गये. पिछले महीने राज्य सरकार ने परिसर में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए 68 लाख रुपये स्वीकृत किये थे. इसी सप्ताह सरकार ने प्रति माह 7.6 लाख रुपये की राशि आवंटित की, जिसके माध्यम से विश्वविद्यालय 30 सुरक्षाकर्मी और दो सुरक्षा सलाहकारों की नियुक्ति व रखरखाव कर सकेगा.
जेयू के कुलपति चिरंजीव भट्टाचार्य ने पुष्टि की कि जल निकायों की बाड़बंदी के लिए प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजा जा चुका है और मंजूरी का इंतजार है. हाल ही में नबान्न में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक में विश्वविद्यालय प्रशासन ने बाड़बंदी की योजना और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा की. बैठक में प्रो-वीसी अमिताभ दत्ता, कार्यवाहक रजिस्ट्रार इंद्रजीत बनर्जी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे. यह बैठक कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा परिसर में सुरक्षा व्यवस्थाओं में व्यापक सुधार के निर्देश देने के बाद आयोजित की गयी थी.
अदालत ने विशेष रूप से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने और सुरक्षा बल बढ़ाने पर जोर दिया था.
गौरतलब है कि सितंबर 2025 में कॉलेज उत्सव के दौरान अंग्रेजी ऑनर्स की तृतीय वर्ष की छात्रा अनामिका मंडल की परिसर के एक तालाब में डूबने से मौत हुई थी. इसी घटना को देखते हुए जल निकायों की बाड़बंदी को प्राथमिकता दी गयी है और राज्य सरकार से निधि की मांग की गयी है.
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